
एलएच आयुर्वेदिक कालेज में योग के बहुपक्षीय विषयों पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन
पीलीभीत। ललित हरि राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज पीलीभीत में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से सम्बंधित योग पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने योगदर्शन, ध्यान और योग, योग का महत्व अन्य परम्पराओं में योग और योग के आयुर्वेदिक पक्ष पर डॉ.आर.बी.यादव, डॉ.गुरमीत, डॉ रवींद्र यादव, डॉ.केपी.बर्मन, डॉ उमाशंकर शर्मा ने विचार प्रस्तुत किये।
सभी वक्ताओं ने योग विधा को विभिन्न देशकाल और विभिन्न सम्प्रदायों,बौद्ध, जैन,नाथ और मुस्लिम आदि सम्प्रदायों में अपने अपने तरीके से व्यवहार में प्रयुक्त किया। योग के विभिन्न अंगों यम (संयम)-नियम जैसे अहिंसा,सत्य, संतोष,बाह्य और आभ्यन्तर शुद्धि, तप तथा आसन, प्राणायाम,ध्यान, समाधि आदि से इंद्रियों और मन पर नियंत्रण साधक राग
द्वेष,कामनाओं से विरक्त हो शुद्ध ज्ञान प्राप्ति के फल स्वरूप वह विभिन्न रोगों,मधुमेह हृदयरोग,मानसिक विकार,उदर और सन्धि रोग से निजात पाकर निश्चिन्त, दीर्घायुवान होकर धर्म, अर्थ काम,मोक्ष (निर्वाण) को प्राप्त करता है। जहाँ सारे दुखों का सदैव के लिए नाश हो जाता है।
संगोष्ठी का संचालन डॉ.एमपी सिंह और अध्यक्षता प्रो0 आर के तिवारी ने की। प्रातःकालीन योगाभ्यास सत्र पूर्व की तरह किया गया। जिसमें संस्था के सभी लोग अवस्थित रहे।
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