वन्यजीव अपराध पर अंकुश लगाने को मंथन : पीलीभीत टाइगर रिजर्व में तीन दिवसीय कार्यशाला का हुआ शुभारंभ
पीलीभीत। डब्ल्यूटीआई की ओर से पीलीभीत टाइगर रिजर्व में तीन दिवसीय वन्यजीव अपराध नियंत्रण प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गया। पहले दिन वन्यजीव अपराध को रोकने के बारे में विस्तार से बताया गया।
टाइगर रिजर्व सभागार में वन्यजीव अपराध नियंत्रण प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के वन संरक्षक एचवी गिरीश ने किया। तीन दिन तक चलने वाली कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य वन्यजीव अपराध को नियंत्रित करने और उनकी सुरक्षा के बारे में प्रशिक्षित करना हैl विभिन्न विषय विशेषज्ञों के द्वारा दिए जाने वाले इस प्रशिक्षण में पहली बार वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक को भी शामिल किया गया है l डब्ल्यूटीआई की तरफ से फील्ड ऑफ़िसर प्रज्ज्वल गुरुंग, जितेंद्र कुमार, रिभु देव,वन्य जीव चिकित्सक तराई टाइगर प्रोजेक्ट डा.दक्ष गंगवार,अद्रिस पोद्दार, लविश शर्मा एडवोकेट, फॉरेंसिक एक्सपर्ट प्रशान्त एवं सुमित शाह आदि ने अपने-अपने विषयों पर जानकारी प्रदान की। कार्यशाला में वन
कर्मचारियों के प्रश्नों के सटीक जवाब दिए गए। डब्ल्यूसीसीबी के वनसंरक्षक गिरीश ने वन्यजीव अपराधों पर अंकुश लगाने के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस मौके पर टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर डॉ. एच. राजामोहन,डिप्टी डायरेक्टर आदर्श कुमार,वन एवं वन्यजीव प्रभाग के प्रभागीय निदेशक संजीव कुमार और डब्ल्यूटीआई क्राइम कंट्रोल डिवीजन के जोश लुईस, डा.दक्ष गंगवार आदि वन कर्मचारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट-अजय गुप्ता
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