
धान खरीद में फिर गड़बड़झाला, असली कागजात सोशल मीडिया पर हुए वायरल
पूरनपुर मंडी प्रथम सेंटर पर 18 राइस मिलों से 59 हजार कुंतल धान खरीदने की कही जा रही बात
-गलती से दूसरे नंबर पर सूची फारवर्ड होने से हुआ खुलासा
-डिप्टी आरएमओ बोले खरीद नहीं मिलो को कुटाई के लिए दिया जाता था धान
पीलीभीत। गेहूं खरीद में अनियमितता पर 3 बिचौलियों पर आज एफआईआर कराई गई परंतु पूरनपुर में धान खरीद में हुए घपले पर अधिकारी मौन हैं। पूरनपुर में मंडी समिति के मंडी प्रथम सेंटर पर वास्तवित किसानों की बजाय 18 राइस मिलों से 59738 कुंतल धान खरीदाने की सूचना आई है। इसकी तैयार की गई सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। यह सूचियां डिप्टी आरएमओ अविनाश झा को भेजी गई हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में एसएमआई से पूछताछ की गई तो उन्होंने धान खरीद का डाटा ऑडिट के लिए भेजना बताते हुए गलती से कहीं फॉरवर्ड हो जाने की बात कही। श्री झा ने बताया इसमें किसी तरीके की गड़बड़ी नहीं है यह वह धान है जो राइस मिलों से एफसीआई को भेजा गया है। उसकी सूची ही है । आपभी देखिये और समझिये की सूची किस ओर इशारा कर रही है।

जानिए कैसे हुआ इस प्रकरण का खुलासा
पूरनपुर मंडी प्रथम में तैनात रहे एसएमआई रवि प्रताप द्वारा यह सभी सूचियां किसान नेता चौधरी धर्मेंद्र सिंह के मोबाइल नंबर पर गलती से फॉरवर्ड कर दी गई। उन्होंने बताया कि इस बारे में एसएमआई से पूछा तो उन्होंने कहा कि गलती से आपके नंबर पर चली गई हैं। इसमें डाटा की जांच की गई तो राइस मिलों द्वारा मंडी प्रथम सेंटर पर धान भेजने की बात सामने आई। श्री चौधरी ने बड़ी गड़बड़ी की आशंका जाहिर करते हुए जांच की मांग उठाई है। उनका मानना है कि किसानों के स्थान पर 18 राइस मिलो से 59738 कुंतल धान खरीद का सूची में साफ उल्लेख है। राइटिंग पहचानकर बाद जांच संबंधित पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उधर एसएमआई रवि प्रताप से बात की गई तो उनका कहना था कि उन्हें किसी सूची की जानकारी नही है और उन्होंने सूचियां किसी को भी फारवर्ड नहीं की हैं। भकियूं नेता मंजीत सिंह ने इसे बड़ा घपला बताते हुए गेटपास, सीसीटीवी कैमरा रिकार्डिंग की जांच की मांग उठाई है।
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