
पराली मामले में निलंबन के खिलाफ लेखपालों में आक्रोश, हड़ताल पर गए, धरना शुरू
एक दिन पूर्व कार्यवाही वापस लेने को लेकर दी थी चेतावनी
पूरनपुर। धान की पराली जलाने के मामले में एसडीएम द्वारा लेखपालों व राजस्व निरीक्षक को निलंबित करने के बाद लेखपाल संघ ने आज से हड़ताल शुरू कर दी है। लेखपाल एकत्र होकर तहसील में धरना देंगे । लेखपाल संघ ने एक दिन पूर्व ही जिला अधिकारी को पत्र लिखकर कार्रवाई वापस लेने की मांग की थी और आज सुबह 10 बजे तक कार्रवाई वापस न लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई थी, लेकिन प्रशासन ने इस पर कोई विचार नहीं किया। इसपर लेखपालों ने धरना शुरू कर दिया। पूरनपुर में पराली जलाने को लेकर लेखपालों पर लापरवाही बरतने का आरोप एसडीएम चंद्रभान सिंह ने लगाते हुए आधा दर्जन लेखपालों को निलंबित किया है। गत दिवस एक राजस्व निरीक्षक को भी
निलंबित करने की संस्तुति कर दी। इससे लेखपालों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर लेखपालों पर अब तक पराली मामले में हुई कार्रवाई वापस लेने की मांग की। 18 नवंबर को 10 बजे तक कार्रवाई वापस न लेने पर हड़ताल पर जाने और आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी थी। प्रशासन ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। इससे नाराज लेखपाल संघ हड़ताल पर चला गया और तहसील में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके चलते तहसील के सारे काम प्रभावित होंगे।

आरोप गेंहू की नरई जलाने पर कराई गई रिपोर्ट पर अब तक नही हुई कार्रवाई
लेखपाल संघ का आरोप है कि गेहूं की नरई जलाने पर 82 किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। तीन दर्जन पर रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई लेकिन पुलिस प्रशासन इन किसानों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाया। ऐसे में किसान लेखपालों से रंजिश मानने लगे हैं और अब धान की पराली के मामले में भी केवल एफआईआर का डर दिखाया जा रहा है परंतु कार्रवाई ना होने से किसानों के हौसले बढ़ें हैं और वे पराली जलाने लगे हैं। इसके लिए उन्होंने पुलिस प्रशासन को भी जिम्मेदार ठहराया।
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