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किसानों को समझाने को गांवों की खाक छान रहे बड़े अफसर, समस्याओं का करा रहे समाधान

घुंघचाई। दिल्ली के किसान आंदोलन में यहां के काश्तकार सहभागी ना बने उनकी समस्याओं का स्थानीय स्तर पर निदान किया जाए इसको लेकर अधिकारियों ने किसानों की चौपाल लगाकर समस्याएं सुनी। किसानों ने धान क्रय केंद्र पर खरीद व्यवस्था ढर्रे पर ना होने की बात कही। इस दौरान अन्य कई प्रमुख समस्याओं को किसानों ने अधिकारियों से बातचीत कर आने के लिए कहा। कृषि कानून बिल को लेकर के दिल्ली में किसानों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है। किसान उसमें सम्मिलित ना हो इसको लेकर के शासन के बेहतर उम्दा अधिकारियों को किसानों से संवाद करने के लिए जनपद में भेजा गया जिन्होंने बड़े पैमाने पर कई जगह सिख बहुल क्षेत्रों के अलावा अन्य गांव के लोगों की समस्याएं सुनी। पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने रविवार को घुंघचाई गांव के एक स्कूल में पहुंचकर किसानों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि किसान सोशल मीडिया पर चल रही प्रचार प्रसार से बचें। इस दौरान किसानों ने भी अधिकारियों के सामने घुंघचाई धान क्रय केंद्र पर सुस्त गति से हो रही खरीद की शिकायत की और अधिकारियों ने किसानों की विरासत के अलावा अन्य कोई समस्याएं जो भी थीं उनके निदान के लिए उप जिला अधिकारी राजेंद्र प्रसाद को निर्देशित किया। जिन्होंने खुद विरासत के मामले में लोगों के नाम लिखे और मामले में विरासत जल्द हो जाने का आश्वासन दिया । वही अन्य कई समस्याओं पर भी किसानों ने खुलकर अधिकारियों से अपनी बात रखी। जिस पर हर समस्या को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने उनके निदान के लिए शासन स्तर पर उनकी मांग भेजने की बात कही। वही कॉविड 19 को लेकर लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे। समाजसेवी मोहन स्वरूप पासवान ने बैठक के दौरान गांव के ग्रामीणों को मास्क वितरित किए जिसकी अधिकारियों ने भी सराहना की और कहा कि कोविड-19 गया नहीं है आप सभी लोग स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। इस अवसर पर शासन से भेजे गए अनुज कुमार चौधरी, विनीत सिंह, उप जिला अधिकारी राजेंद्र प्रसाद, चौकी प्रभारी गौरव विश्नोई, ग्राम प्रधान वीरेंद्र प्रताप सिंह, महेश सिंह, भूपेंद्र सिंह काले, संजीव त्रिवेदी, कमलेश यादव, राहुल सिंह, अनुज प्रताप सिंह, सुखपाल सिंह, छोटेलाल अवस्थी, सतनाम सिंह सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।

रिपोर्ट-लोकेश त्रिवेदी

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