
अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासंघ की सामान्य बैठक में एकजुट होकर संगठन को मजबूत करने पर दिया बल
पूरनपुर-पीलीभीत। रविवार को ग्राम सुल्तानपुर गोटिया में आयोजित की गई बैठक के मुख्य अतिथि संघ के अध्यक्ष संतराम विश्वकर्मा रहे। कार्यक्रम का संचालन मास्टर अनिल शर्मा ने किया और अध्यक्षता राकेश कुमार शर्मा ने की।
संघ के अध्यक्ष संतराम विश्वकर्मा ने समाज के लोगो से कहा कि अभियान का लक्ष्य विश्वकर्मा समाज को जनसंख्या के सापेक्ष सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित करना है, क्योंकि सत्ता ही एक मात्र वह कुंजी है जो किसी समाज के विकास का मार्ग प्रशस्त करती है। विश्वकर्मा समाज में आर्थिक समाजिक शैक्षिक एवं राजनैतिक चेतना का अभाव परिलक्षित हो रहा है। जिसके कारण एक कर्मयोगी समाज प्रगति की दौड़ में आजादी के 68 वर्ष बाद भी बराबरी हासिल नहीं कर सका है । जबकि संख्या बल में विश्वकर्मा समाज की अपेक्षा कम संख्या वाली जातियों ने तरक्की के नए-नए सोपान तय किए हैं । हम सर्व समाज में अपनी पहचान नही बना सके । इसके लिए विश्वकर्मा समाज के युवाओं को अब आलस्य और तंद्रा एवं हीन भावना त्याग कर संघर्ष का रास्ता अपनाना होगा । जव से युवा वर्ग आगे आया है तब से आज सभी राजनीतिक दलों व सर्व समाज में विश्वकर्मा समाज की स्वीकार्यता बड़ी है। लोग अब विश्वकर्मा समाज की ताकत का मूल्यांकन करने लगे है। प्रत्येक परिवार से एक एक सदस्य को अभियान से स्वयंसेवक के रूप मे जोडने का आवाह्रन किया। अयोध्या प्रसाद शर्मा ने कहा कि आज हमारा विश्वकर्मा समाज उस चौराहे पर खड़ा है जहां उसे सही दिशा निर्देश की आवश्यकता है। पप्पू शर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा वंशज बुद्धि, विद्या एवं कला के क्षेत्र मे अग्रणी होते हुए भी राजनीतिक चेतना के अभाव एवं संख्याबल के बिखरे होने के कारण सत्ता मे भागीदारी हासिल नही कर पाये हैं । जीतू शर्मा ने कहा कि अन्य सर्वाधिक
पिछडी जातियों के मुकाबले अधिक आबादी वाला विश्वकर्मा समाज राजनीति मे अर्थहीन सा हो गया है। बैठक के मुख्य आयोजक कमलेश शर्मा, रामसरन शर्मा, परमेश्वर दयाल शर्मा, रामआसरे शर्मा, राकेश शर्मा, हरिश्चंद्र शर्मा, रामवहादुर शर्मा, मास्टर राधेश्याम शर्मा, रामस्वरूप शर्मा, मनोज शर्मा, मोनू शर्मा, मंगू लाल शर्मा, नेवा राम शर्मा,गुड्डू शर्मा, राजकुमार शर्मा बड़ी सख्या मे समाज के लोग मौजूद रहे।
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