
सोंधा गांव में अभी भी अघोषित कर्फ्यू सा माहौल, पटरी पर नहीं लौटी जनता की जिंदगानी
पूरनपुर। सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के ग्राम सोंधा में बच्चा चोर गैंग की सूचना के बाद बढ़े विवाद पर पुलिस और ग्रामीणों में विवाद हुआ था। जिसके बाद ग्राम प्रधान सहित 10 ग्रामीणों को पुलिस जेल भेज चुकी है। 80 अज्ञात लोगों पर हत्या के प्रयास, बलवा, सरकारी काम में बाधा डालने सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसके बाद पूरा गांव खाली हो गया। गांव के पुरुष घर छोड़कर खेतों व जंगलों में शरण लिए हुए हैं। महिलाएं रिश्तेदारी में चली गई हैं। मवेशी भी भूखे प्यासे चिल्ला रहे हैं। बीमार वृद्ध, बच्चे भी असहाय पड़े हुए हैं। ऐसे में जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए भाजपा विधायक बाबूराम पासवान, पूर्व विधायक पीतमराम, छत्रिय महासभा के पदाधिकारी, प्रधानसंघ के आशुतोष दीक्षित राजू, वीरेंद्र सिंह ध्रुव, उरवेंद्र सिंह चन्नी, हरी सिंह एडवोकेट, भाजपा नेता सोनपाल गौतम, संतराम विश्वकर्मा व अन्य कई लोगों ने गांव का दौरा करके प्रयास किए। पुलिस प्रशासन से भी बात की। विधायक शासन स्तर पर भी पहुंचे। इसके बाद भी अभी तक जिंदगी सामान्य नहीं हुई है। गांव के लोग पिछली रात भी घरों से गायब थे। सिर्फ महिलाएं ही घरों में थी। ऐसे में बदमाश आ जाएं तो उनकी रक्षा कौन करेगा यह अहम सवाल है। पुलिस भी गांव में उस घटना के बाद से गाँव मे नही आई है। पुलिस सुरक्षा करने में भी नाकाम साबित हो रही है। ऐसे में गांव के लोग काफी परेशान हैं। पर उनकी सुनने को कोई भी तैयार नही है।
बोले लोग इससे अच्छा तो बच्चा चोर ही आ जाते
सोंधा में बच्चा चोर गैंग की अफवाह के बाद पूरे गांव की शांति खतरे में पड़ गई है। लोग दबी जुबान से कह रहे हैं कि इससे अच्छा तो बच्चा गैंग ही गांव आ जाता। इस गैंग के चोर एक दो बच्चे ही ले जाते पर पुलिस प्रशासन तो गांव के प्रधान सहित 10 लोगों को उठा ले गया और जेल में डाल दिया। प्रधान के वृद्ध पिता जंगबहादुर सिंह उर्फ लल्लन को जेल भेजने पर भी सवाल उठ रहे हैं। अभी और कितने पकड़े जाएंगे यह सोचकर भी लोग परेशान हो रहे हैं। सबसे ज्यादा खफा महिलाओं व बच्चो में है। बरसात में यह मुसीबत आने से लोगो की नींद उड़ी हुई है।
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