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सांसद वरुण गांधी 2022 में प्रति सप्ताह पढ़ेंगे एक पुस्तक, जनवरी के लिए पूरा हुआ पुस्तकों का चयन

 

वर्ष के 52 सप्ताहों के लिए तय किया लक्ष्य, जनवरी के लिए चयनित कीं 4 पुस्तकें

अपरोक्ष संदेश : सभी को पढ़नी चाहिए अच्छी पुस्तकें

पीलीभीत। भाजपा सांसद वरुण गांधी अपनी विचारशीलता को और पैना करने जा रहे हैं, इसके लिए वे अच्छी पुस्तकें वर्ष 2022 में निरंतर पढ़ते रहेंगे। प्रति सप्ताह एक पुस्तक पढ़ने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए सांसद वरुण गांधी ने जनवरी के लिए चार पुस्तकों का चयन किया है। उन्होंने कहा कि यह उनका निजी लक्ष्य है और अच्छी पुस्तकें हमें तमाम जानकारियां व ज्ञान प्रदान करतीं हैं। उनका संदेश है कि सभी को अच्छी पुस्तकें पढ़नी चाहिए।
पीलीभीत के भाजपा सांसद वरुण गांधी अपने पत्रों व ट्वीट के लिए देश दुनिया में प्रसिद्ध हो रहे हैं। वे ऐसी चीजें खोज कर निकाल कर लाते हैं जिसका काट विचारशील कही जाने वाली भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास भी नहीं होता। अब सांसद वरुण गांधी अपनी विचारशीलता को और पैना करने जा रहे हैं। वे ऐसा अच्छी पुस्तकें पढ़कर करेंगे। अच्छी पुस्तके हमें तमाम अच्छे विचार देती हैं और उपयोगी जानकारियां भी उपलब्ध कराती हैं। सांसद वरुण गांधी ने आज सुबह स्वयं ट्वीट करके जानकारी दी है जिसमें उन्होंने कहा कि उन्होंने लक्ष्य तय किया है कि अब वे वर्ष 2022 में 52 पुस्तकें पढ़ेंगे। इसके लिए प्रति सप्ताह एक पुस्तक पढ़ने के बारे में जानकारी दी। वरुण गांधी ने जनवरी माह में पढ़ने योग्य चार पुस्तकों के चित्र भी ट्विटर पर साझा किए हैं। उन्होंने कहा कि जनवरी के लिए उन्होंने यह 4 पुस्तकें चयनित कर ली हैं।

उनके इस ट्वीट को हजारों लोगों ने पसंद किया है। लोग इस पर राय भी दे रहे हैं और रिट्यूट भी कर रहे हैं।

हकीकत : लेखक बढ़े और कम हो रहे पाठक

यह कटु सत्य है कि आजकल लेखकों की तादाद बढ़ रही है और पाठकों की संख्या निरंतर घटती जा रही है। वरुण गांधी ने अपरोक्ष रूप से जनपदवासियों व देशवासियों को यह संदेश दिया है कि सभी को पुस्तकें पढ़ना चाहिए। आजकल पुस्तकें लिखने वाले तो हर जगह मिल जाते हैं लेकिन उन्हें पढ़ने से लोग दूर होते जा रहे हैं। खोजने से भी पाठक नजर नहीं आते हैं। इसके कारण पुस्तकों की बिक्री भी घटी है और छापेखाने व प्रकाशक लुप्त होते जा रहे हैं। शायद इसी कारण पुस्तकालय भी बंद हो रहे हैं। पुस्तकों के इस दर्द को सांसद ने समझा है। वरुण गांधी स्वयं एक अच्छे लेखक हैं। उन्होंने खुद कई पुस्तकें लिखी हैं और समाचार पत्रों में भी उनके लेखक अक्सर प्रकाशित होते रहते हैं। ऐसे में अब श्री गांधी खुद को एक अच्छा पाठक सिद्ध करने के प्रयास में लगे हैं। वर्ष 2022 को उन्होंने पढ़ने के लिए टारगेट किया है। अब वे ऐसी कौन सी 52 पुस्तकें पढेंगे जिससे उनका पैनापन और अधिक तीव्र होगा, इस पर सभी की निगाहें लगी हुईं हैं।

बड़ा पुस्तकालय खुलवाएं सांसद ताकि सभी पढ़ सकें पुस्तकें

सांसद वरुण गांधी जी को अपनी पुस्तक अचूकवाणी सौंपते समाचार दर्शन 24 के संपादक सतीश मिश्र।

मेरी (सतीश मिश्र) व्यक्तिगत राय है कि सांसद वरुण गांधी को पीलीभीत में एक बहुत बड़ा पुस्तकालय खुलवाना चाहिए जिससे पीलीभीत के लोग भी पुस्तकें पढ़ने से जुड़ सकें। क्योंकि आजकल पुस्तकें खरीद कर पढ़ना काफी महंगा पड़ता है। शायद इस कारण भी लोगों की रुचि कम हो रही है। समय का भी अभाव है। अगर सांसद श्री गांधी बड़ा पुस्तकालय खुलवा कर और इसका शुभारंभ करके पुस्तकों के पढ़ने की पहल करें तो उनके साथ जनपद के हजारों लोग पाठक के रूप में खड़े होंगे। मेरा मानना है कि यह एक बहुत अच्छी पहल रहेगी।

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