♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

बाघ सुरक्षा माह के रूप में मनाया जाएगा दिसम्बर, जंगल किनारे के गांवों में लगेंगी कार्यशालाएं

पीलीभीत। जंगल के राजा बाघ को सुरक्षित करने व संरक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से दिसम्बर माह को बाघ सुरक्षा माह के रूप में मनाया जा रहा है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व में जंगल किनारे के गांवों में आज से जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करके ग्रामीणों को बताया गया कि बाघों को कैसे सुरक्षित रखना है। “बाघ की रक्षा, कृषि सुरक्षा। बाघ के बच्चे बाघ के इंतजार में, बाघ को पहुंचने दें अपने परिवार में” आदि नारों के साथ लोगों को जागरूक किया गया। टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एच राजा मोहन ने बताया कि पीलीभीत में जंगल किनारे के 182 गांवों में जागरूकता अभियान पूरे माह चलाया जाएगा। सभी 5 वन रेंजों के अधिकारी प्रतिदिन दो-दो गांवों में जाकर ग्रामीणों को बाघों की सुरक्षा के प्रति जागरूक करेंगे। श्री राजमोहन ने बताया कि लोगों को बाघ, तेंदुए व कुत्ते के पदचिन्ह पहचानने की जानकारी दी जा रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि गन्ने की छिलाई करने समूहों में जाएं और बाघ दिखने पर विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को तुरंत सूचना दें। रात को खेतों की रखवाली के लिए मचानों पर रहने सहित कई बिंदुओं पर इस विशेष माह में किसानों को जागरूक किया जाएगा। टाइगर रिजर्व द्वारा बाघ की सुरक्षा हेतु किये जाने वाले 10 कार्य और ना करने योग्य चार कार्यों की सूची भी जारी की गई है। पीलीभीत में जंगल किनारे के 37 गांव अति संवेदनशील बताए गए हैं। मानव वन्य जीव संघर्ष में पिछले वर्षों में पीलीभीत में दो दर्जन से अधिक लोगों के मारे जाने के बाद जागरूकता बढाई गई है। 

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे


जवाब जरूर दे 

क्या भविष्य में ऑनलाइन वोटिंग बेहतर विकल्प हो?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Close
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000