शाहजहॉपुर डीएम ने चैनी धान पर लगाया प्रतिबंध, पीलीभीत में भी रोक लगाने की उठी मांग
पीलीभीत। पराली सहित तमाम समस्याओं की जड़ में साठा धान है। इसे लगाने की जल्दी में ही गेहूं की नरई जलाई जाती है और साठा धान की फसल भी देर से कटने के कारण गेहूं की बुवाई की जल्दी में पराली निस्तारण की समस्या पैदा होती है। शाहजहांपुर के जिला अधिकारी ने साठा धान लगाने पर प्रतिबंध लगाते हुए एक आदेश जारी किया है। देखिए आदेश की प्रति-
पीलीभीत में भी साठा धान पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग काफी समय से उठाई जा रही है।भारतीय किसान यूनियन के नेता मनजीत सिंह ने समाचार दर्शन 24 को बताया कि पीलीभीत में भी साठा पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। इसके बाद पराली सहित सभी फसलों के अवशेषों के निस्तारण की समस्या स्वता समाप्त हो जाएगी। उन्होंने बताया कि वे काफी दिनों से साठा धान पर प्रतिबंध लगाने के लिए अधिकारियों के यहां चक्कर काट रहे हैं और हाईकोर्ट में भी जनहित याचिका दायर कर चुके हैं। उन्होंने शाहजहांपुर जिलाधिकारी के आदेश की सराहना की है। श्री सिंह ने पीलीभीत के जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव से इसी आदेश की तरह पीलीभीत में भी साठा पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी करने का अनुरोध किया है।
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