बिजली के तार से चिपककर हो गई गीदड़ की मौत
*बिजली के नंगे तारों से टाइगर की भी खतरा*
*पीलीभीत*। पीलीभीत जनपद की तहसील अमरिया अब बाघ बाहुल्य क्षेत्र बन चुकी है। जिस पर वन अधिकारियों की निगाहें हर समय लगी रहती हैं।
लेकिन इतनी चौकसी के बाद भी आखिर वन्य जीवन को अपनी जिंदगी से हाथ दोनों पढ़ते हैं। क्योंकि इंसान अपने स्वार्थ और फसल की सुरक्षा के लिए और अपने पेट भोजन के लिए आए दिन जंगली जीव जंतु का शिकार करते हैं।
ऐसा ही मामला अमरिया क्षेत्र के मझारा निवासी सुखराज सिंह के मक्का के खेत में वन्यजीवों से फसल की सुरक्षा के लिए बिजली के नंगे तार लगाए गए थे। इनमें चिपककर एक गीदड़ की मौत हो गई। सूत्रों की माने तो यह तार जंगली जानवरों के शिकार के लिए भी लगाए जाते हैं।
लेकिन यह एक ऐसी घटना है जिससे वन विभाग को सीख लेना चाहिए क्योंकि जिस जगह बिजली के तार लगाए गए थे। उससे कुछ दूरी पर टाइगर के ताजे पग मार्ग देखे गए थे अगर इन तारों में टाइगर फस जाता और उसकी मृत्यु हो जाती तो इसका जिम्मेदार कौन होता है।
घटना स्थल पर डिप्टी रेंजर देव ऋषि सक्सेना,विक्रम सिंह दिवाकर वनरक्षक, चेतन कुमार वन प्रेमी पहुंचे और उन्होंने मक्का के खेत में से बिजली के नंगे तार काटकर उन्हें जब्त किया।
सामाजिक वानिकी के पीलीभीत रेंजर सत्येंद्र चौधरी ने बताया कि घटनास्थल से सियार का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जिस खेत में सियार का शव बरामद हुआ है उस खेत मालिक के खिलाफ S2 केस भी दर्ज कर लिया गया है।
पीएम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानून कार्रवाई की जा सकेगी। सियार शेड्यूल तीन का वन्य जीव है।
रिपोर्ट महेन्द्र पाल शर्मा
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