जांच टीम वापस लौटी, कई पर गिरेगी गाज, मचा हड़कंप
पीलीभीत (अमिताभ अग्निहोत्री। पीलीभीत टाईगर रिजर्व में बाघ की मौत के मामले में गठित उच्चस्तरीय जांच समिति आज पूरी करने के बाद आज वापस लखनऊ लौट गई है। जांच समिति अपनी रिपोर्ट प्रमुख वन संरक्षक को सौंपेगी। इस समिति की रिपोर्ट जारी होने के बाद जिले में वन विभाग में कई लोगों के विकेट गिर जाएंगे।
प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव सुनील पांडेय ने अपर प्रमुख वन संरक्षक निदेशक टाइगर प्रोजेक्ट पीके शर्मा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच समिति गठित थी। इस समिति में मुख्य वन संरक्षक रमेश पांडेय, कानपुर जू के डॉ.आरके सिंहको सदस्य बनाया गया है। उच्च स्तरीय जांच समिति कल दोपहर पीलीभीत आई थी।
समिति ने टाईगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक डाॅ.एच.राजामोहन, उपनिदेशक नवीन खंडेलवाल, पीलीभीत वन एंव वन्यजीव प्रभाग के प्रभागीय निदेशक संजीव कुमार के साथ-साथ पशु चिकित्साधिकारियों,ग्रामीणों,ग्राम प्रधान सहित कई लोगों के बयान दर्ज किये। टीम ने वन विभाग से आपरेशन के सभी प्रपत्र तथा अन्य दस्तावेज भी प्राप्त किये। इसके अलावा टीम ने बाघ को टैंकुलाइज करने के स्थान तथा जहां बाघ का हमला हुआ था। उस स्थान का भी निरीक्षण किया है। टीम ने उन ग्रामीणों के बयान भी दर्ज किये, जो बाघ के हमले में घायल हुए थे।
आज दोपहर यह उच्चस्तरीय जांच टीम वापस लखनऊ लौट गई। जांच समिति के अध्यक्ष अपर प्रमुख वन संरक्षक प्रमोद कुमार शर्मा ने बताया कि जांच टीम ने कई पहुलुओं पर जांच की है। जांच रिपोर्ट प्रमुख वन संरक्षक को सौपी जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई होगी। बताया जाता है कि इस जांच रिपोर्ट से पीलीभीत टाईगर रिजर्व में कई लोगों पर गाज गिरना तय है।