नहीं रहे भाजपा के भीष्म पितामह बाबू वीर सिंह, लोगों को लगा शॉक, दे रहे श्रद्धांजलि
पीलीभीत : भाजपा नेता बाबू वीर सिंह का 91 साल की उम्र में निधन, पार्टी बनने के बाद जिले के पहले प्रत्याशी थे वीर सिंह
पीलीभीत। |
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत भाजपा के दिग्गज नेता का बुधवार की देर शाम निधन हो गया। भाजपा और आरएसएस के भीष्म पितामह कहे जाने वाले बाबू वीर सिंह 91 वर्ष की उम्र में निधन की खबर सुनते ही जिलेवासियों में शोक की लहर दौड़ गई। शहर के खुशीमल मोहल्ले में रहने वाले बाबू वीर सिंह का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था।
वर्ष 1945 में एकात्म मानववाद के प्रणेता प.पंडित दीनदयाल उपाध्याय के संस्पर्श से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक बने थे और नगर के प्रतिष्ठित ललित हरि राजकीय आयुर्वेदिक कालेज में संघ की शाखा प्रारंभ की थी। वर्ष 1948 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रतिबंध काल में वह जेल भी गए थे।
भारतीय जनता पार्टी बनने पर वह कई बर्षो तक जिला अध्यक्ष रहे। इसके अलावा बरेली मंडल के प्रभारी, प्रदेश अनुशासन समिति के सदस्य, 3 बार प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य 2 बार राष्ट्रीय परिषद के सदस्य रहे तथा सन 1980 में पीलीभीत विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव लड़ें। उनका सम्पर्क अटल बिहारी वाजपेई, कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह जैसे दिग्गज भाजपाइयों से रहा। पिछले काफी से वह बीमार चल रहे थे। बुधवार देर रात उनका निधन हो गया।
देखिये भाजपा नेता चौधरी धर्मेंद्र सिंह जी की श्रद्धांजलि पोस्ट
अत्यंत दुखद, भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें । पीलीभीत की ही नहीं बरेली मंडल मे भाजपा की राजनीति के भीष्म पितामह कहलाये। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जनसंघ फिर भाजपा के जिले के शिरोमणि बने रहे। उनके राजनैतिक व सामाजिक जीवन में किसी भी प्रकार का दाग नहीं लगा। बहुत लम्बे समय तक उनके सानिध्य में संगठन का कार्य करने का अवसर मिला तथा उन्हें बहुत नजदीक से जानने व सीखने का अवसर मिला। बाबू वीर सिंह को शत शत नमन करता हूँ 😭😭🌹🌹
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