पिपरा मुंजप्ता में भी बाघ की दस्तक, किया बछड़े का शिकार, विरोध में ग्रामीणों का प्रदर्शन
– दहशत में किसान, बंद हुई गन्ने की छिलाई
पूरनपुर। अभी तक माधोटांडा खारजा नहर के पास बाघिन की लोकेशन देखे जाने से लोग भयभीत थे परंतु सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के ग्राम पिपरा मुंजप्ता में बाघ ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। यहां नील गाय व बछड़े को मारने के बाद बाघ की दहाड़ सुनकर लोग सहम गए हैं और गन्ने की छिलाई पूरी तरह बंद हो गई है।
दुधवा नेशनल पार्क की मैलानी वन रेंज से सटा पिपरा गांव बाघ की दहाड़ से दहशत में है। 1 दिन पूर्व बाघ ने गांव के पास नीलगाय मार डाला था। बीती रात गांव से सौ कदम पूरब बछड़े का शिकार कर डाला। इसके बाद बाघ की दहाड़ और सुबह पगमार्क देखे जाने के बाद लोगों में दहशत बैठ गई है और किसान गन्ने की चल रही छिलाई बंद करते हुए घरों में बैठ गए हैं।
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पगमार्क देखें। ग्रामीणों से अकेले खेत पर ना जाने की चेतावनी भी जारी की गई है। उधर कल शाम माधोटांडा स्थित खारजा नहर में बाघिन देखे जाने के बाद से लोगों में दहशत है। रेंजर मोहम्मद अयूब खान ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। उन्होंने बताया कि बाघिन नहर के आसपास घूम रही है। जिस पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने लोगों से दूरी बनाने एवं वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी ना करने की अपील की है।
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