हूबहू सेहरामऊ के सोंधा जैसा है भीकमपुर कांड, पुलिस की एक पक्षीय कार्रवाई से बढ़ रहा आक्रोश, विधायक रामसरन वर्मा बोले महिलाओं पर भी ढाया जुर्म

पीलीभीत। पुलिस प्रशासन यूँ तो वैसे ही मनमानी करता हूं पर लॉक डाउन में खुद को तानाशाह समझ बैठे अधिकारी एकपक्षीय कार्रवाई करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिस तरह सेहरामऊ के सोंधा गांव में रातो रात ग्राम प्रधान व ग्रामीणों को बड़ा मुलजिम बनाते हुए घर में घुसकर महिलाओं को पीटा गया था। ठीक उसी तरह भीकमपुर गांव में भी पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों पर ज्यादती की। हो सकता है कि पहले पुलिस के साथ भी कुछ गलत हुआ हो लेकिन जवाब में जो पुलिस ने कई थानों की फोर्स इकट्ठी करके गांव पर चढ़ाई की तो महिलाओं को अंतर्वस्त्रों में ही इस तरह से पीटा गया और उनके कपड़े फाड़े गए कि मानवता भी सुनकर शर्मसार हो जाए। जी हां यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि यह आरोप है बीसलपुर के भाजपा विधायक रामशरण वर्मा के। उन्होंने बताया कि पुलिस ने भीकमपुर में एक पक्षीय कार्रवाई की है। जब एफ आई आर दर्ज हुई थी तो उन्होंने सीओ से बात की थी। जिस पर सीओ ने कहा था कि अब कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।

विधायक रामसरन वर्मा का आरोप डीएम के आदेश पर हुई कारवाई

विधायक श्री वर्मा का आरोप है कि जिलाधिकारी ने पुरानी खुन्नस निकालने के लिए एसपी को भड़काया और एसपी के आदेश पर कई थानों की फोर्स बुलाकर गांव में तांडव मचाया गया। आदमियों के अलावा औरतों पर भी जुल्म ढाए गए। दो महिलाओं को भी पकड़कर रात में थाने ले जाया गया। जबकि रात में किसी महिला को रात में थाने ले जाया जा सकता। आरोप है कि पुलिस द्वारा ग्रामीणों के साथ मारपीट की गई। महिलाओं के कपड़े फाड़े गए। इस सबकी एफ आईआर भी पुलिस के खिलाफ दर्ज की जानी चाहिए पर पुलिस ने ग्रामीणों की रिपोर्ट नहीं लिखी।

विधायक बोले पुलिस प्रशासन की ज्यादती के खिलाफ कहा इस्तीफा देने को

विधायक रामसरन वर्मा ने कहा कि इस ज्यादती के खिलाफ उन्होंने विधायकी से इस्तीफा देने की बात अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व जिले के प्रभारी मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या से कही है।

भीकमपुर में हुआ सोंधा जैसा कांड

लोगों को याद होगा कि सेहरामऊ थाना क्षेत्र के ग्राम सोंधा में पुलिस से कुछ विवाद होने के बाद जिलाधिकारी व एसपी ने खुद गांव पहुंचकर रात में प्रधान व महिलाओं की पिटाई कराई थी और 10 लोगों को गिरफ्तार करके उन पर कई मुकदमे गंभीर धाराओं में दर्ज करके उन्हें आतंकवादी जैसा बना दिया था। सोंधा की एक महिला विधायक पूरनपुर को आप बीती सुनाती हुई। सुनिए-

सोंधा की पीड़ित महिला की जुबानी सुनिए दर्द-

अब यही हाल भीकमपुर में हुआ है। यहां 23 लोगों पर f.i.r. हुई है, जिसमें एक फौजी भी शामिल है और 11 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। देखिये कितने भयभीत हैं भीकमपुर वाले-

विधायक द्वारा इस्तीफे की धमकी देने के बाद जिला प्रशासन हिल गया है। एडिशनल एसपी आज गांव जांच करने पहुंच गए। विधायक से भी बात करने की बात कही जा रही है। सोंधा कांड में पूरनपुर विधायक बाबूराम पासवान ने डीएम एसपी की शिकायत शासन में की थी उसके बाद गांव के लोगो को राहत मिली। उस कांड की गाज तत्कालीन एसपी मनोज सोनकर पर गिरी थी और उन्हें हटाया गया। अब ग्रामीणों की तरफ से मोर्चे पर बीसलपुर विधायक रामसरन वर्मा हैं। परिणाम क्या रहता है यह भविष्य में पता चलेगा। 

पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा ने विधायक से मांगा था इस्तीफा

उधर गांव पहुंचे पूर्व मंत्री व सपा नेता हेमराज वर्मा ने बीसलपुर विधायक से इस्तीफे की मांग की थी। माना जा रहा है कि अधिकारियों द्वारा उनकी बात न सुनने पर श्री वर्मा ने यह कदम उठाया है। विधायक श्री वर्मा ने बताया कि जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक उनका फोन नहीं रिसीव करते जो प्रोटोकॉल का खुला उल्लंघन है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे और ऐसे अधिकारियों को जिले में नहीं रहने दिया जाएगा।

पूरनपुर के विधायक रहते पीतमराम भी तत्कालीन सीएम अखिलेश के पास पहुंचे थे इस्तीफा लेकर

पूरनपुर के पूर्व विधायक पीतमराम।

बीसलपुर विधायक रामशरण वर्मा द्वारा पुलिस प्रशासन के उत्पीड़न के खिलाफ इस्तीफा देने की धमकी का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले पूरनपुर के पूर्व विधायक पीतमराम सपा सरकार में मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव के पास अपना इस्तीफा लेकर पहुंचे थे। उनका आरोप था कि पूरनपुर के तत्कालीन एसडीएम महेंद्र मिश्रा व तहसीलदार तिवारी जनता का उत्पीड़न कर रहे हैं। इस पर सीएम ने उनका इस्तीफा अस्वीकार करते हुए दोनों अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से पूरनपुर से हटा दिया था।

सुनिए भीकमपुर मसले में क्या कहते हैं पुलिस अधीक्षक-

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