
बरसात न होने से सूखने लगी फसलें, किसानों की चिंता बढ़ी
पीलीभीत। कहने को तो यह बरसात का महीना है परंतु बरसात ना होने से इस बार अन्नदाता की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। धान और गन्ने की फसलें खेतों में सूखने की कगार पर पहुंच गई हैं। जो किसान प्रत्येक दो-तीन दिन में फसलों को पानी पानी दे रहे हैं उनकी फसलें ही सुरक्षित बच्ची हैं। शेष किसानों की फसलें पीली पड़ने लगी हैं। पूरनपुर के सिमरिया के पास इसी तरह कई गरीब किसानों के गन्ने की फसलें सूखी हुई नजर आई। कई अन्य जगह भी इसी तरह का नजारा देखने को मिल रहे हैं। रोज बादल तो उठते हैं हल्की बूंदाबांदी होती है परंतु इससे फसलों को कोई लाभ नहीं हो पा रहा है। अगर यही हाल रहा तो फसलों का उत्पादन प्रभावित होगा ही लागत भी कई गुना अधिक बढ़ जाएगी। प्रगतिशील किसान गुरमंगद सिंह ने बताया कि फसलों को लगातार पानी देकर बचा रहे है।