2020 को कवि ‘शशि’ की श्रद्धांजलि : “कहां कहां कोविड ने मारा मत पूंछो। कैसा बीता साल हमारा मत पूंछो”
सुप्रभात मित्रों । जाते वर्ष को समर्पित –
“कहां कहां कोविड ने मारा मत पूंछो ।
कैसा बीता साल हमारा मत पूंछो ।।
गैरों की छोड़ो अपनों को तरस गये ।
सबको कितनी बार पुकारा मत पूंछो ।।
कितनों की सांसें सीने में अटक गयीं ।
कितना दारुण दिखा नजारा मत पूंछो ।।
टूटे सपने ले सड़कों पर निकल पड़े ।
कितनों का छिन गया सहारा मत पूंछो ।।
आंसूं थे अनलॉक हंसी थी लॉक हुई ।
कैसे कैसे वक्त गुजारा मत पूंछो ।।
गली गली सन्नाटा थीं सूनी सड़कें ।
क्यों खुशियां कर गयीं किनारा मत पूंछो ।।
‘शशि’ व्याकुल हो याद कर रहे मंचों को ।
मिले लिफाफा कब दोवारा मत पूंछो ।।”
संजीव ‘शशि’
पीलीभीत
.मो. 08755760194
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