आरोप : 500 न देने पर घुंघचाई पुलिस उठा ले गई लड़की की शादी के लिए दान में दिए पेड़ की लकड़ी
घुंघचाई। पूर्व प्रधान ने गांव के ग्रामीण को बेटी की शादी के लिए खेत में खड़ी लकड़ी दान में दे दी। पुलिस मौके पर पहुंची जिसने सवालिया निशान उठाते हुए पेड़ काटने की वजह पूछी। बताने के बावजूद पुलिस सुविधा शुल्क मांग रही थी। मौके पर पहुंचे पूर्व प्रधान ने दान में लकड़ी देना बताया लेकिन पुलिस के निष्ठुर रवैया से काटी गई लकड़ी चौकी पहुंच गई। सुनिये क्या बोले पूर्व प्रधान पोथीराम-
घटनाक्रम से आहत ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह उठाया है। मौके पर पहुंची राजस्व टीम ने भी पूर्व प्रधान के खेत में पेड़ होना पाया। इससे लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है । पूर्व प्रधान पौथीराम द्वारा गांव के ग्रामीणों को उसकी बेटी की शादी के लिए पेड़ दान में दे दिया। इस दौरान पुलिस पहुंच गई। आरोप है कि पुलिस ने सुविधा शुल्क मांगा जिस पर पेड़ काटने वालों ने देने से इंकार कर दिया। बात का बतंगड़ उसी समय बन गया। चौकी प्रभारी को भ्रमित कर सूचना गलत दी गई कि यह पेड़ गोमती नदी के किनारे खड़ा है। पैमाइश के दौरान कानूनगो हल्का लेखपाल मौके पर पहुंचे जिन्होंने पेड़ खेत में होना पाया और अपनी आख्या भी उनको दे दी लेकिन पुलिस अपने ढुलमूल रवैया अपना रही है। उसका आरोप है कि सरकारी संपत्ति से यह शीशम का पेड़ काटा गया है।
मौके पर पहुंचे लेखपाल मानसिंह कानूनगो याकूब हसन ने मौके पर पैमाइश के दौरान खेत में ही पेड़ होना पाया जिसकी आख्या पुलिस को दे दी गई। वही चौकी प्रभारी द्वारा बताया गया कि सरकारी संपत्ति का नुकसान किया गया है वहीं सामाजिक वानिकी के अधिकारी इस मामले में अपनी अनभिज्ञता जता रहे हैं।
उनका कहना है कि विभाग द्वारा कोई भी पेड़ अभी तक नहीं लगाया गया जो पौधारोपण किया गया है कुछ दिन पहले हुआ था जो पेड़ कटने योग्य नहीं है।
रिपोर्ट-लोकेश त्रिवेदी
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें