किसानों के साथ बैठक करके दिल्ली न जाने के लिए समझा रहे हैं बड़े अफसर

घुंघचाई। केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानून बिल लाए जाने से आहत कई राज्यों के किसान दिल्ली में धरना प्रदर्शन करने के लिए बैठे हुए हैं जिन के समर्थन में अब क्षेत्र की भी किसान पहुंचने के लिए आतुर हैं जिन्हें रोकने के भरसक प्रयास किए गए और शासन द्वारा प्रशासनिक अमले के तेजतर्रार अधिकारियों को भेजा गया। जिन्होंने कई जगह काश्तकारों की बैठक कर उन्हें दिल्ली जाने से रोकने के लिए आग्रह किया और किसानों की समस्याओं को भी सुना गया। किसानों ने इस दौरान अपनी कई समस्याएं खेती किसानी की रखीं जिन पर अमल को लेकर के उप जिला अधिकारी को आए हुए अधिकारियों ने सुलझाने का निर्देश दिया। कृषि कानून केंद्र सरकार द्वारा बनाया गया है लेकिन किसानों से आम सहमति और उनकी वार्ता मंत्रिमंडल से ना होने के कारण किसान असमंजस में है और अब कई राज्यों से किसान दिल्ली में पहुंचकर आंदोलन कर रहा है। जनपद पीलीभीत से भी बड़ी तादात में किसान दिल्ली आंदोलन में सम्मिलित होने के लिए पहुंचा था। बीते दिनों हाईवे पर प्रशासन से तीखी झड़प भी हुई थी। जिस पर शासन सजग हुआ और राज्य के विशेष आला अफसरों को काश्तकारों को समझाने के लिए पीलीभीत भेजा गया। जिन्होंने बुधवार को क्षेत्र के सिख बाहुल्य गांव में पहुंचकर एक गुरुद्वारे में मीटिंग की। पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा, अजय पाल सैनी और डिप्टी एसपी सुनील कुमार के अलावा अनुज कुमार चौधरी ने किसानों की बैठक ली। जिसमें काश्तकारों को बताया गया कि बे भी किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। हम लोग नहीं चाहते हैं कि किसी भी तरीके से किसानों का अहित हो और उन पर कोई जबरदस्ती कानून थोपा जाए। किसानों की जमीन उनकी अपनी ही रहेगी जिस पर किसी का कोई मालिकाना हक नहीं होगा। इस दौरान काश्तकारों ने अपनी समस्याएं भी अफसरों के सामने रखी जिस पर पूरनपुर के उप जिला अधिकारी को उनकी समस्याएं निपटानेके लिए कहा गया। काश्तकारों ने कहा कि दिल्ली में आंदोलन कर रहे काश्तकार हम सभी के लिए काम कर रहे हैं तो हम सभी का फर्ज बनता है कि हम उनके सहयोग में साझीदार बने। इस दौरान पुलिस अधीक्षक अजय कुमार शर्मा ने कहा कि आप लोगों के सहयोग आपके माध्यम से क्षेत्र की प्रशासनिक अधिकारियों को दिया जाना चाहिए। आपके ज्ञापन ऊपर तक भेजे जाएंगे। हर समस्या को सुना जाएगा। सरकार किसी भी किसान का अहित नहीं चाहती है और जो बिल लाया गया है उस पर किसानों को भ्रमित किया जा रहा है कि उनकी जमीनें ली जाएंगी ऐसा कोई कार्यक्रम शासन की ओर से नहीं है।

इस दौरान पिपरिया मजरा अभय पुर माधवपुर और शाहबाजपुर में भी किसानों की बैठक अफसरों ने ली। इस दौरान कई किसानों ने प्रशासनिक अमले को स्पष्ट किया कि वे दिल्ली नहीं जाएंगे। कई किसानों ने स्थानीय स्तर पर होने वाली समस्याओं को भी अधिकारियों के सामने रखा जिन्होंने कहा कि अभी भी उनका धान क्रय केंद्रों पर नहीं खरीदा जा रहा है और यूरिया खाद की कालाबाजारी के साथ ही जबरन उन्हें जिंक जाइम दी जा रही है जिसके बढ़े चढ़े दाम उनसे मनमाफिक तरीके से लिए जा रहे हैं। जिसके निस्तारण के लिए विभागीय अधिकारियों को तुरंत ही उप जिला अधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि किसानों की समस्याएं सर्वोपरि हैं जिनका निदान होना चाहिए। इस दौरान सभी सभाओं में ब्लाक प्रमुख पति अतेंद्र पाल सिंह, जगदेव सिंह जग्गा, प्यारा सिंह, कुलविंदर सिंह, दिलबाग सिंह, चौकी प्रभारी गौरव विश्नोई, अवतार सिंह, कुलवंत सिंह, त्रिलोक सिंह, परमजीत सिंह सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।

रिपोर्ट-लोकेश त्रिवेदी

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