
बाला जी मंदिर में विराजे शंकर भगवान, प्राण प्रतिष्ठा के बाद हुआ भंडारा
घुंघचाई। स्थापित होने वाले शिवलिंग का देव मिलाप होने के बाद वैदिक विधि विधान और मंत्रोच्चारण के साथ प्राण प्रतिष्ठा कर दी गई और आयोजन संपन्न होने पर भव्य विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जो देर रात तक चलता रहा। घुंघचाई चौकी क्षेत्र के गांव दिलावरपुर स्थित बालाजी मंदिर में बीते 2 दिनों से शिवलिंग स्थापना को लेकर विशेष आयोजन चल रहा था जिसको लेकर सभी व्यापक तैयारियां आयोजकों द्वारा की गई। इस दौरान वैदिक विधि विधान से मंत्र उच्चारण के द्वारा देव मिलाप शिवलिंग से होने के बाद सोमवार को पंडित इंद्र भूषण मिश्रा के दिशा निर्देशन में मंदिर के महंत हेतराम दास ने अन्य यजमानों की उपस्थिति में वैदिक रीति रिवाज से मंदिर परिसर के कक्ष में नर्मदा नदी से स्नान करा कर लाई गई शिवलिंग की स्थापना करवाई। इस दौरान वातावरण भक्तिमय हो गया। लोग उद्घोष लगाकर भगवान भोलेनाथ की जय जयकार करते देखे गए। 1 दिन पूर्व भव्य शोभायात्रा निकाली गई थी और आज मंदिर में शिवलिंग की स्थापना हो गई। कार्यक्रम का समापन था इसीलिए विशाल भंडारे का भव्य आयोजन ग्रामीणों के सहयोग से करवाया गया। जिसमें आस पड़ोस के गांव से भी बड़ी संख्या में लोग भंडारा ग्रहण करने के लिए पहुंचे जो देर शाम तक निरंतर चलता रहा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व प्रधान रामनिवास शर्मा, जमुना प्रसाद वर्मा, रामसेवक वर्मा, गोकुल प्रसाद, जमुना प्रसाद वर्मा सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।