
अभी तक नहीं खत्म हुआ अतिवृष्टि का असर : गीले खेतों में ना जुताई हो पा रही और न गेहूं की बुवाई, किसानों को नहीं मिला मुआवजा
घुंघचाई (पीलीभीत)। खेतों में अधिक नमी होने के कारण न ही जुताई हो पा रही है और ना ही गेहूं की बुवाई। किसान की फसल को पहले से ही नुकसान हो गया है । शासन द्वारा सर्वे कराने के बाद अभी तक मुआवजा नहीं मिला जिससे किसान परेशान हैं। धान की कटाई से पहले बेमौसम हुई बरसात से जनपद के किसानों की धान की फसल बर्बाद हो गई। निचली जगहों पर बड़े पैमाने पर धान की फसल पूरी तरीके से तबाह हो गई । शासन द्वारा पीड़ित किसानों की फसल का सर्वे कराकर मुआवजा दिए जाने का फरमान दिया गया लेकिन अभी तक काश्तकारों को मुआवजे नसीब नहीं हो सका। वही किसान अब दोहरी मार से परेशान हैं। पहले खून पसीने से तैयार किया गया धान चला गया। अब खेतों में अधिक नमी के कारण जुताई नहीं हो पा रही है। और जिन जगहों पर जुताई हो रही है वह महंगे दामों में। ऊपर से गेहूं की बुवाई खेत गीले होने से ना होने के कारण काफी पिछड़ रही है। किसानों की मांग है कि सर्वे के मुताबिक किसानों को मुआवजा शीघ्र भेजा जाए।
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रिपोर्ट-लोकेश त्रिवेदी
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