
माँ की महिमा : आज सुनिये कवि का गंगा मइया से उलाहना, जानिये क्या हैं सवाल
पीलीभीत। कवि व पत्रकार सतीश मिश्र “अचूक” की पांचवीं पुस्तक मां की महिमा में जहां मां की स्तुति, आरति, चालीसा आदि का बखान है वहीं धरती माता, गंगा मैया, गो माता, गोमती माता, गंगा मैया, पीतांबरा देवी, काली माता आदि का यश गान भी किया गया है। आइए आज आपको सुनाते हैं कवि द्वारा गंगा मैया पर उलाहना स्वरूप लिखा गया यह गीत।
इस लिंक पर क्लिक करके पूरा गीत सुनिये कवि श्री मिश्र के ही स्वर में-
इस लिंक से सुनिये माँ की महिमा पुस्तक में संकिलित मां की आरती-
इस लिंक से सुनिये माँ की महिमा पुस्तक में संकिलित माँ चालीसा, जिसे स्वर दिया है विपिन मिश्र ने-
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