खनन माफियाओं को मालामाल करने को अनोखी परमीशन जारी कर गए पूर्व डीएम
कभी देखी है खनन की तीन महीने की परमीशन
-किस गाटे में पड़ेगी लिखा ही नहीं, इसीलिए बढ़ रहा खनन
-अनुमति में लगे वाहनों के कागजात भी पूरे नहीं, निवर्तमान डीएम ने जारी की थी परमीशन
पूरनपुर। पूर्व डीएम वैभव श्रीवास्तव पूरनपुर व कलीनगर तहसीलों में ऐसी खनन अनुमति जारी करके चले गए जो खनन माफियाओं के लिए नोट कमाने का जरिया बनी हुई हैं। दोनों परमिशन जहाँ 3-3 माह की अवधि के लिए बनाई गईं हैं वहीं वे गाटा नंबर भी अंकित नहीं किये गए हैं जिनमें मिट्टी पड़नी है। इन खामियों का लाभ माफियों को मिल रहा है वहीं कुछ अधिकारी भी मालामाल हो रहे हैं। लंबी अवधि का लाभ लेकर दूसरे नंबरों से मिट्टी उठाकर मिट्टी महंगे दामों पर बेची जा रही है।
नियमत: 15 दिन की खनन की अनुमतियां ही जारी हुईं हैं परंतु इस बार पूर्व डीएम ने जो अनुमतियां जारी की हैं वे 3 माह की अवधि की हैं। इनमें वे गाटा नंबर भी अंकित नहीं हैं जिनमे मिट्टी डाली जानी है। जबकि नियम यह है कि वे गाटा लिखे जाते हैं जिनमें मिट्टी पड़ती है व उठती है। इन नियमों का उलंघन किये जाने से माफिया चांदी काट रहे हैं। दिन रात सैकड़ों ट्रेक्टर ट्रॉली सड़क पर दौड़ती नजर आती हैं। कहीं से उठाकर मिट्टी कहीं पर भी डाली जा रही है। मिट्टी के दाम इतने अधिक वसूले जा रहे हैं कि लोग परेशान हैं।
निगरानी व निरीक्षण भी बेअसर
अनुमति के बाद खनन की विभागीय अफसरों व स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा निगरानी की जानी चाहिए परन्तु मिलीभगत के चलते कोई देखने वाला तक नहीं है। इससे अवैध खनन निरंतर जारी है।
नवागत जिलाधिकारी का भय भी इन लोगों में नहीं है।
इन लोगों को जारी हुई है परमीशन
अनुमति संख्या 839 दिनांक 20 जुलाई को आगामी 3 माह के लिए ग्राम खैरपुर ता. जटपुरा तहसील पूरनपुर के गाटा नंबर 128 मि.रकवा 1.5870 हेक्टेयर से 3 हजार घन मीटर मिट्टी उठाने को जारी की गई है। इसमें तहसील पूरनपुर के प्लाट में भराव दिखाया गया है परंतु कोई गाटा नंबर अंकित नहीं है। इसी तरह 5 अगस्त को
कलीनगर तहसील छेत्र खीरी नौबरामद में अमनपाल सिंह पुत्र गुरजीत सिंह के नाम जारी हुई। इसमें गाटा संख्या 6, 20, 22, 1, 23 व 24 से 6 हजार घनमीटर मिट्टी उठाने की बात लिखी है परंतु पड़ने के गाटा नंबर न लिख कर पूरनपुर तहसील के प्लाट में डालना बताया है। मिट्टी कहाँ कहाँ से उठ रही और कहां कहां पड़ रही यह जांच का विषय है।