
पीलीभीत के डीएम पुलकित खरे को मिलेगा बायो एजी एशिया पुरस्कार
-भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से पुरस्कार की घोषणा होने के बाद मिल रहीं बधाइयाँ
पीलीभीत। जिलाधिकारी पुलकित खरे के द्वारा जनपद में कृषि क्षेत्र के विकास हेतु पराली प्रबंधन, किसानों की आय में वृद्धि और साथ ही साथ विशेषकर मानव वन्यजीव संघर्ष के लिए गन्ने के स्थान पर हल्दी, नीबू, लैमन ग्रास फसलों को स्थापित करने में सराहनीय योगदान के लिए कृषि क्षेत्र की अग्रणी संस्था भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा बायो एजी एशिया पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पुरस्कार व सम्मान भारत सरकार के माननीय कृषि मंत्री द्वारा प्रदान किया जाएगा।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने जनपद पीलीभीत में जिलाधिकारी के निर्देशन में पराली के उचित प्रबंधन के साथ-साथ किसानों को पराली के संबंध में जागरूक कर जैविक खाद के रूप में परिवर्तित किए गए कार्यों की सराहना की गई है। जिलाधिकारी द्वारा मानव वन्यजीव संघर्ष पर रोक हेतु गन्ने के स्थान पर अन्य फसलों के प्रति किसानों को जागरूक करने हेतु जंगल क्षेत्र से लगे गांवों में नियमित जागरूकता गोष्ठियों का आयोजन कर लोगों को नींबू, हल्दी, लेमनग्रास सहित विभिन्न प्रकार की फसलों हेतु प्रेरित किया गए जिससे मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में कमी होने के साथ-साथ उक्त फसलों से किसानों की आय में वृद्धि करने के कार्य को पुरस्कार चयन समिति द्वारा सराहना करते हुए पुरस्कार हेतु चयन किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा किसान सम्मान योजना की नियमित समीक्षा करते हुए अधिक से अधिक किसानों को योजना का लाभ देने की भी सराहना समिति द्वारा की गई है। इस पुरस्कार की जानकारी लगते ही जिलाधिकारी को बधाइयाँ मिलने का क्रम शुरू हो गया है। लोग उनने मिलकर, फोन करके व सोशल मीडिया पर बधाइयां दे रहे हैं।
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