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दूसरों पर कविता लिखने वाले पीलीभीत के कवि व शायरों पर ही कवि “उमेश त्रिगुणायत” ने लिख डाला सुन्दर गीत, सुनकर बताइए कोई छूटा तो नहीं

🙏🙏🌹गीत🌹🙏🙏

समय समय पर सदा ज्ञान से खोले पृष्ठ अतीत के।
एक से बढ़कर एक हुए कवि शायर पीलीभीत के।

इस लिंक से सुनिये पूरा गीत-

https://youtu.be/fTLcYSk3LWg

गुलरेज़,सुरूर,ज़फर,यूसुफ़,परवाज़,क़मर,शाकिब,शाया।
ताऊ,निशात,ज़ख्मी,कौसर,ध्वज किंकर,सहर का लहराया।
मुँहतोड़,मनुज,देवेंद्र,वज्र,पंथी सुदीप,रघुनाथ हुए।
गिरिजा शंकर,पंकज,रम्मन,वर्मा अरु काशीनाथ हुए।

बोल आजभी घोल रहे रस सेवक,पुष्प,अभीत के।
एक से बढ़कर एक हुए कवि शायर पीलीभीत के।

राजेन्द्र भानु,पद्मा,मोहन,आल्हा श्री लाल हजारी थे।
थे तारानाथ,पथिक,दीक्षित, कवि मातादीन,दरवारी थे।
नेमत,राना,सागर,तनहा,अमिताभ,ज़िया,काविश,शैदा।
ईमान,नियाज़ी,शाद,नक्श,औ नाम फैज करते पैदा।

शशि,गौहर,अविनाश आधुनिक हुए पुरोधा गीत के।
एक से बढ़कर एक हुए कवि शायर पीलीभीत के।

इस  लिंक से सुनें पूरा गीत-

https://youtu.be/fTLcYSk3LWg

पुष्पेंद्र,शराफत,नगाइच,साहिल,मूरख,मंजुल,विचित्र।
आलोक,सतीश,अवतार,स्वप्न खींचे अलबेले शब्द चित्र।
हैं अंशुमालि,चंचल,प्रताप,वीरेंद्र प्रणव,पाण्डे कौशल।
हिंदीध्वज वाहक जगन्नाथ,अमिताभ,रचित के साथ विकल।

ये सबके सब पथगामी हैं सदा प्रीति की रीत के।
एक से बढ़कर एक हुए कवि शायर पीलीभीत के।

रागिनी,अनीता,स्वाति,रश्मि,नीरू,रेनू,सुल्तान जहाँ।
सँग संग एकता ने छेड़ी मीठी मुरली की तान यहाँ।
सिद्धार्थ,अरुण,किंकर,प्रियांशु, कुलदीप,उमेश,अमित,अंकुर।
अंकित,दिलीप,रजनीश,रज़ी औ गूँज रहे मोहित के सुर।

खिला रही गुल नव पीढ़ी हैं छाए मुक्तक मीत के।
एक से बढ़कर एक हुए कवि शायर पीलीभीत के।

गोविंद,नील रवि,निडर,पाल औ निरंजना,राजू,राजा।
आलोक,कृष्ण,दीपक,प्रयास,वैभव,दिनेश कवि हैं ताजा।
नित सृजन नवीन किये सबने सबने ऊंचे प्रतिमान गढ़े।
साहित्यिक पथ पर चले अडिग अनवरत लक्ष्य की ओर बढ़े।

इस लिंक से सुनिये पूरा गीत-

https://youtu.be/fTLcYSk3LWg

नीति नेह के मित्र और हैं हरपल शत्रु अनीत के।
एक से बढ़कर एक हुए कवि शायर पीलीभीत के।

रचनाकार-उमेश त्रिगुणायत, पीलीभीत।

(इस सुंदर गीत के रचनाकार उमेश त्रिगुणायत जी  मूलतः मां गोमती के उदगम तीर्थ नगरी माधोटांडा के हैं व वर्तमान में पीलीभीत के एक कॉलेज में सेवारत व झुमका नगरी बरेली में निवास कर रहे हैं। उनके पिताजी स्व रामसेवक त्रिगुणायत व माता स्व राजरानी थीं। समाचार दर्शन 24 की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं।।)

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