
महिला अस्पताल के बाहर प्रसव मामले में स्टाफ नर्स की सेवाएं समाप्त, सीएमएस को प्रतिकूल प्रविष्टि, पूर्व सीएम अखिलेश यादव द्वारा वीडियो ट्वीट करने पर हुआ एक्शन
पीलीभीत। जिला महिला चिकित्सालय के सामने महिला द्वारा खुले में प्रसव करने का वीडियो वायरल हुआ है। इस लिंक से देखें वीडियो-
वायरल होने के बाद इस वीडियो को
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि यह कैसा आजादी का अमृत महोत्सव है जब महिलाओं को अस्पताल के बाहर प्रसव करना पड़ रहा है।
इस लिंक से देखिए वीडियो-
भाजपा राज में यूपी के जिला महिला चिकित्सालय के बाहर खुले में प्रसव के लिए बाध्य महिला… ऐसे में कैसे अमृत महोत्सव मना सकते हैं हम। pic.twitter.com/JwyYP2n1bE
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 17, 2022
इस ट्वीट के बाद प्रदेश भर में हड़कंप मच गया। वीडियो तलाशा गया तो पीलीभीत का निकला। इस पर सीएमएस ने संविदा स्टाफ नर्स की सेवाएं समाप्त कर दी और उसके बाद जिलाधिकारी के आदेश पर महिला सीएमएस को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।
इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक कुमार ने वीडियो संदेश जारी करके जानकारी दी। इस लिंक से सुनें सीएमओ की बात-
यहां बता दें कि यह वही जिला महिला अस्पताल है जिसकी सीएमएस को गत वर्ष प्रदेश सरकार द्वारा पुरस्कृत किया गया था एवं जिला महिला अस्पताल को श्रेष्ठ घोषित किया गया था। यह बात सही है कि तमाम सुधारों के बावजूद प्रदेशभर में चिकित्सा सेवाएं पटरी पर नहीं आ पा रही हैं और आम आदमी को भटकना पड़ रहा है। पीलीभीत में भी स्वास्थ्य सेवाएं बदतर हाल में पहुंच गईं हैं।
इस घटनाक्रम पर कवि व पत्रकार सतीश मिश्र अचूक की 4 पंक्तियां देखें-
असहनीय पीड़ा माता की, कोलाहल भी भारी है। सुविधाएं गुम हुईं गरीबीं भी तो हाहाकारी है। अमिय महोत्सव कैसा साहब बतलाओ, अस्पताल के द्वारे पर क्यों गूंज उठी किलकारी है।।
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