
भाजपा नेता व पीसीयू चेयरमेन सुरेश गंगवार भी मांग रहे हैं लोक सभा का टिकट
पीलीभीत। उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव यूनियन के चेयरमैन और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेश गंगवार पीलीभीत से अगला लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए उन्होंने अपनी दावेदारी पेश कर दी है। दिल्ली की राह तलाश रहे सुरेश गंगवार जहां अपने जातीय समीकरणों के बलबूते टिकट मांग रहे हैं वहीं वे अपनी वह पुरानी छवि भी भुलाने की जुगत में है जो उन्होंने मेनका गांधी व वरुण गांधी के विरोध में रहते हुए जिले में पार्टी को फर्श से अर्श पर लाने की कायम की थी। भाजपा जिलाध्यक्ष रहते हुए श्री गंगवार ने वर्ष 2017 में जिले की चारों सीटों पर पार्टी के विधायकों को जिताकर लखनऊ भेजा था।
सुरेश गंगवार एक ऐसे राजनीतिज्ञ हैं जिनकी छवि पर फिलहाल आज तक कोई दाग नहीं लगा है। पार्टी के छोटे कार्यकर्ता से लेकर उन्होंने दो बार जिला अध्यक्ष का पद संभाला। वे ब्रज प्रान्त में क्षेत्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रहे और मौजूदा समय में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। इसके अलावा वे उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव यूनियन के चेयरमैन का दायित्व भी संभाल रहे हैं। कुर्मी वोटों में अच्छी पैठ रखने वाले सुरेश गंगवार इस बार लोकसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने भाजपा हाईकमान में अपनी दावेदारी पेश कर दी है। श्री गंगवार का कहना है कि अगर पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वे पीलीभीत सीट हर हाल में जीत लेंगे।
धमकियां मिलीं लेकिन डरा नहीं और न कभी डरूंगा : सुरेश गंगवार
जब मैं पहली बार वर्ष 2007 में पार्टी का जिला अध्यक्ष बना तो मेनका गांधी तब पीलीभीत की सांसद थीं और वे चाहती थीं कि जिलाध्यक्ष उनकी अगवानी करने पहुंचे, संगठन उनकी मुट्ठी में रहे लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। इस पर मुझे हटवाने का काफी प्रयास किया गया। प्रदेश व राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात ना बनने पर मेनका गांधी ने लाल कृष्ण आडवाणी जी से कहकर मुझे अध्यक्ष पद से हटवाया था। जबरन इस्तीफा लिखवाने का प्रयास किया गया। जान से मारने की धमकी मिली। मेरे पेट्रोल पम्प पर छापा डलवाया। हालांकि पार्टी ने 11 नबम्वर 2014 में मुझे पुनः जिलाध्यक्ष बनाया और 2018 तक मैं इस पद पर रहा। मैंने जिले में पार्टी को खड़ा करने का काम किया। जिले की चारों सीटें 2017 के विस चुनाव में जितवाईं। मेनका व वरुण गांधी के विरोध के बावजूद मैं पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता के साथ खड़ा रहा। इसलिए मैं लोक सभा चुनाव में सशक्त दावेदार हूं। मेरी बिरादरी का वोट तो है ही इसके अलावा सभी जाति व धर्म के लोगों का वोट भी मुझे लोकसभा चुनाव में मिलेगा, इसलिए हर हाल में मैं यह सीट जीत लूंगा।
सुरेश गंगवार, चेयरमैन,
पीसीयू, उत्तर प्रदेश।