सड़क सुरक्षा सप्ताह : डग्गामार वाहनों से भी खतरे में जिंदगानियां लेकिन क्यों दी जा रही संचालन की खुली छूट

पीलीभीत में हेलमेट पर हायतोबा और डग्गामारों को दे रखी है खुली छूट

महीना वसूल कर जनपद भर में अवैध रूप से चलवाये जा रहे ओवरलोड मैजिक वाहन

वाइको को बना देते हैं बैलगाडी, कोई नही करता चालान

पेट्रोल पंपों पर बला टाल कर चैन की नींद सो रहे पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारी

 

पीलीभीत। पीलीभीत जनपद में पुलिस प्रशासन को उन दो पहिया वाहन चालकों की जान की परवाह है जिन पर सिर्फ एक या दो व्यक्ति ही बैठते हैं परंतु उन डग्गामार वाहनों के संचालन पर अफसर मौन साधे हुए हैं जिनमें एक साथ 15 से 20 तक का जीवन खतरे में पड़ सकता है। टेम्पो और मैजिक वाहनों का संचालन नियम कायदों को ताक पर रखकर कराया जा रहा है। डग्गामार वाहनों के संचालन में पुलिस और परिवहन विभाग महीना भी वसूलता है। सड़क सुरक्षा सप्ताह में भी ऐसे वाहनों पर कार्रवाई ना करके सिर्फ हेलमेट हेलमेट चिल्लाना लोगों की समझ में नहीं आ रहा है और पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर उंगलियां उठ रही हैं। इस समय पीलीभीत में जिला प्रशासन को सिर्फ वे लोग ही नजर आ रहे हैं जो हेलमेट नहीं लगाते। नियमानुसार तो हेलमेट सभी को लगाना ही चाहिए परंतु कुछ लोग ऐसे भी होते हैं

इनसे कैसे निपटोगे साहब

जो घर से सब्जी लेने निकले या खेत पर मजदूरों को चाय पानी देने जा रहे हैं तो ऐसे लोग कुछ देर के लिए हेलमेट से तौबा भी करते हैं परंतु ऐसे लोगों को पेट्रोल पंप पर पेट्रोल नहीं दिया जाएगा, चालान किया जाएगा। यह सब तो डीएम एसपी से लेकर एआरटीओ तक कर रहे हैं परंतु सड़क सुरक्षा के नाम पर जनपद के अधिकारियों को डग्गामार वाहन नहीं दिखते, जिनसे जनता की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है। टेंपो हो या मैजिक वाहन, उनको बिना फिटनेस कागजों की पूर्ति किए ही दौड़ाया जा रहे हैं मैजिक वाहनों में क्षमता से अधिक सवारियां भरी ही जाती हैं। बाहर गेट पर एवं पीछे भी सवारियां लटकती आपको मिल जाएंगी। छत पर इतना सामान नजर आता है जैसे आसमान तक लदा हो परंतु ऐसे वाहन पुलिस प्रशासन की नजर में नहीं आते क्योंकि प्रत्येक महीने भेंट पूजा थाना चौकियों व परिवहन विभाग के अधिकारियों को चढ़ाते रहते हैं। इसी कारण इन वाहनों पर हाथ डालने का साहस अधिकारी नहीं कर पाते। कई लोग मोटरसाइकिलों को बैलगाड़ी की भांति यूज करते हैं। इतना अधिक सामान लादते हैं कि हेलमेट छोड़िए, सवार और बाइक नजर नहीं आती। इनकी चेकिंग कौन करेगा यह अहम सवाल है।

आज पूरनपुर खुटार रोड पर ऐसे ही डग्गामार वाहन दौड़ते नजर आए। इस रोड पर पूरनपुर कोतवाली के अलावा गढ़वाखेड़ा में पुलिस चौकी पड़ती है। उधर खुटार का भी एरिया आता है परंतु ऐसे वाहनों को रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की। प्रत्येक थाना चौकी पर ₹500 महीना मैजिक संचालक पहुंचा देते हैं। इसके चलते यह सब धंधा बखूबी चल रहा है। हेलमेट वालों से जुर्माना वसूला जाता है लेकिन शायद वे महीना नहीं दे पाते। पुलिस परिवहन विभाग के अफसरों ने दोनों हाथ मे लड्डू लेने के लिए हेलमेट फार्मूला उछाल दिया जिसमें उनकी सारी नाकामी व उगाही छिपकर रह गई है।

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