मीटिंग में बोले किसान- साहब पराली कतइ नहीं जलाएंगे लेकिन धान सस्ता ख़रीदने वालों पर भी कराओ एफआईआर
घुंघचाई। धान की कटाई के बाद पराली ना जलाने को लेकर ग्राम प्रधानों और संभ्रांत लोगों की उप जिलाधिकारी ने बैठक की। काश्तकारों ने धान के अवशेषों को ना जलाने पर सहमति देते हुए धान की खरीद कराने को लेकर अपनी बात रखी जिस पर विचार विमर्श किया गया। धान की कटाई शुरू हो चुकी है प्रशासन भी एक और जहां धान खरीद को लेकर इतना सक्रिय नहीं है वही पाराली ना जलाई जाए इसको लेकर के बैठक और वार्ताएं करने में मकबूल है ।गुरुवार को घुंघचाई चौकी पर क्षेत्र के गणमान्य और ग्राम प्रधानों की बैठक बुलाकर के प्रशासन ने कहा कि किसी भी कीमत पर धान के अवशेषों को ना जलाएं जिस पर काश्तकारों ने आश्वासन दिया कि हम लोग इस बार धान के अवशेष नहीं जलाएंगे लेकिन हम लोगों की भी समस्याओं प्रशासन ध्यान में लेते हुए यह सुनिश्चित करें कि हमारा धान जो नमी बताकर नहीं खरीदा जा रहा है इस पर प्रशासन क्यों मौन है। मिल मालिक इस बार ओने पौने दामों में धान खरीद रहे हैं जिससे हम काश्तकारों का काफी नुकसान हो रहा है। उप जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि इस समस्या पर विशेष ध्यान दिया जाए और सस्ता धान खरीदने वालो पर भी एफआईआर दर्ज कराई जाए। इस दौरान एसडीएम ने किसानों की समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करने का आश्वासन दिया। लाइव सुनिये वार्ता-
वही क्षेत्राधिकारी ने कहा कि पुलिस आपके सहयोग के लिए है और हम नहीं चाहते हैं कि किसी भी काश्तकार पर पराली जलाने के कारण मुकदमा दर्ज हो। यह पर्यावरण के खिलाफ है हम सभी इस मामले में सामंजस्य बनाकर ऐसा ना करें। इस दौरान कई काश्तकारों ने अपनी समस्याएं रखी। इस दौरान गोकशी के मामले में लोगों ने कहा कि बीते दिनों घुंघचाई गांव मैं हुई गोकशी का खुलासा किया जाए। इस दौरान बैठक में प्रमुख रूप से कोतवाल सुरेश कुमार सिंह, चौकी प्रभारी गौरव बिश्नोई, वीरेंद्र प्रताप सिंह, राज बहादुर वर्मा, जागेश्वर दयाल, सुखचैन सिंह, वीरेंद्र सिंह, कैलाश, गुरतेज सिंह, बुध प्रकाश, योगेंद्र शर्मा, ठाकुर प्रसाद, रामनिवास शर्मा, जगदेव सिंह, ख्यालीराम, जमुना प्रसाद वर्मा, कृष्ण कुमार मिश्रा, दिनेश यादव, मानसिंह, संजीव कुमार, नरेश चंद्र सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।