
पढ़ाई व परीक्षा की टेंशन बच्चों को बना रही डिप्रेशन का शिकार : डॉक्टर पल्लवी
सरकारी हो या प्राइवेट, कक्षा हो या प्रतियोगी परीक्षा, हर कक्षा के बच्चों की परिक्षाओं का दौर शुरू हो रहा है। जिसकी वजह से बच्चों और युवाओं पर परीक्षा का दवाव बढ़ रहा है। जिसके कारण बच्चे डिप्रेशन का शिकार होकर कई बार गलत कदम भी उठा लेते हैं। मानसिक स्वास्थ्य हर वर्ग में अपनी भूमिका निभा रहा है। खास तौर पर बच्चों में इसका प्रभाव अधिक देखने को मिलता है। इसके अतिरिक्त आजकल खान पान और रहन सहन की गलत आदतों की वजह से लोग गैर संचारी रोगों के बहुत ज्यादा शिकार हो रहे हैं।
इसी के तहत राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम द्वारा विद्यालयों में कैम्प आयोजित किये जा रहे हैं।
इसी के अंतर्गत गुरुवार को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, बरखेड़ा में कैम्प का आयोजन किया गया जिसमें डाक्टर पल्लवी सक्सेना ने परीक्षा में अच्छी तरह प्रदर्शन करने की जानकारी एवं मानसिक स्वास्थ्य से सम्बंधित कई प्रमुख जानकारियां बच्चों को दीं। मानसिक रोग के लक्षण बताये गए एवं बच्चियों दामिनी, मोहिनी, आशा, सोनी, कामिनी आदि को मनपरी चुना गया जिन्हें किसी में ऐसे लक्षण पाए जाने पर जिला अस्पताल में कमरा नंबर 87 में संपर्क करने को प्रोत्साहित किया गया। डॉक्टर पल्लवी सक्सेना ने अपना पर्सनल मोबाइल नंबर देकर संपर्क करने का आग्रह भी किया गया। मुफ्त हेल्पलाइन नंबर 1800 891 4416 व
14416 पर हर समय सहायता उपलब्ध रहने की जानकारी दी गयी।
डॉक्टर सूरज पांडेय ने कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप के लक्षणों के बारे में बताया एवं किसी में ऐसे लक्षण पाए जाने पर कमरा नम्बर 15 में आने की सलाह दी गयी। शिक्षिकाओं एकता गुप्ता, शिल्पी सिंह, विजय लक्ष्मी , प्रिया अग्रवाल उपस्थित रहीं। वहीं कार्यक्रम का संचालन आदित्य तिवारी ने किया।
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