
वाटर वूमेन शिप्रा पाठक ने उदगम से शुरू की पदयात्रा
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने किया रवाना, गोमती मन्दिर पर आरती में हुए शामिल
पीलीभीत। पंचतत्व फाउंडेशन की संस्थापक शिप्रा पाठक ने आज उदगम तीर्थ से मां गोमती की विलय स्थल तक की यात्रा का संकल्प लेते हुए यात्रा प्रारंभ कर दी। केंद्रीय जनशक्ति राज्य मंत्री पहलाद सिंह पटेल ने उद्गम स्थल पहुंचकर उन्हें मां गोमती की यात्रा पर रवाना किया। राज्यमंत्री ने गोमती उद्गम पहुंचकर जायजा लिया और आरती में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि अविरल धारा बहाने के लिए प्राकृतिक जलस्रोत खुलवाने हेतु प्रयास किये जायेंगे।
बदायूँ निवासी शिप्रा पाठक एक दिन पूर्व ही गोमती उद्गम तीर्थ पहुंच गई थी और उन्होंने यहां गोमती मंदिर के सामने गोमती जल से संकल्प करके कैथी धाम तक की पदयात्रा करने का निर्णय लिया था। श्री रामचरितमानस पाठ, पूजन व भंडारे के साथ देर रात तक जगराते का कार्यक्रम भी चलता रहा। भजन कीर्तन के समापन के बाद आज सुबह केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने उद्गम पहुंचकर दर्शन पूजन किया। उन्होंने गोमती मंदिर पर आयोजित गोमती माता की आरती में भाग लिया और इसके बाद उन्होंने फुलहर झील व उत्तर तरफ के अमृत सरोवर के परिपथ पर घूम कर जायजा लिया व परिक्रमा की। इसके बाद उन्होंने शिप्रा को पदयात्रा पर रवाना किया। इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह, बरखेड़ा के पूर्व विधायक किशनलाल राजपूत, पूरनपुर विधायक बाबूराम पासवान के सुपुत्र व भाजपा नेता ऋतुराज पासवान, ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष अशोक बाजपेई, भाजपा नेता शैलेश पाठक, धीरेंद्र मिश्रा, शैलेंद्र गुप्ता, महेंद्र मिश्रा, महेश मिश्रा, ओम बाबू शर्मा, अतुल सिंह, प्रधान नईम खां, आंनद गिरि, पूर्व प्रधान राममूर्ति सिंह, कुँवर निर्भय सिंह, रविन्द्र कुमार नंद, आशीष दीक्षित, विजेंद्र सिंह, प्रभारी एसडीएम संदीप यादव, वीडीओ सर्वेश कुमार सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। उद्गम पहुंचने पर केंद्रीय राज्य मंत्री का भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री पटेल ने कहा कि अविरल धारा बहाने हेतु प्राकृतिक जलस्रोत जीवित करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हर संभव प्रयास करके अविरल धरा बहाई जाएगी।
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..और जब गोमती घाट से हटाए गए उपले
-पदयात्रा व केंद्रीय मंत्री के आगमन से हलचल, अंतिम दौर तक चली सफाई, मची रही हलचल
फोटो-
पीलीभीत। गोमती नदी के विकास के लिए लंबी चौड़ी बातें करने वाले जिम्मेदार लोग इतने लापरवाह हैं इसकी पोल केंद्रीय मंत्री के दौरे व गोमती यात्रा को लेकर खुल गई। गोमती उद्गम से निकलते ही नाले पर चलने योग्य जगह नहीं थी जिसे आज मनरेगा श्रमिक लगाकर साफ कराया गया। अगले पड़ाव फुलहर घाट पर गोमती के किनारे अमृत सरोवर भी बनाया गया है। इसके तट पर ग्रामीणों द्वारा उपले थोपे जा रहे थे। गोमती का तट व अमृत सरोवर पूरी तरह उपलों से भरा हुआ था। यहां का एक दिन पहले का फोटो देखकर आपको आश्चर्य होगा। जब पता लगा कि केंद्रीय मंत्री भी पद यात्रा में चार-पांच किलोमीटर साथ चलेंगे तो हड़कम्प मच गया और एसडीएम के आदेश पर आनन-फानन में उपले हटवाए जाने लगे। मंत्री के आने तक उपले हटाए जा रहे थे। हालांकि मंत्री तो वहां तक नहीं पहुंचे लेकिन जब शिप्रा पाठक वहां पहुंचीं तो उसले हटाये जा चुके थे। हालांकि उसके आगे गोमती के किनारे चलने की कोई रास्ता नहीं थी जिस कारण पदयात्रा हेतु दूसरे रास्ते तलाशने पड़े।
इनसेट
डीपीआरओ पहुंचे सफाई कराने
उधर गोमती उद्गम स्थल पर भी काफी अधिक गंदगी थी जिसपर डीपीआरओ व बीडीओ उद्गम पहुंचे। आसपास के कई गांवों के सफाई कर्मचारियों को बुलाकर कार्यक्रम प्रारंभ होने तक सफाई कराई जाती रही। इसके चलते लापरवाही साफ नजर आई। ऐसे सीन गोमती भक्तों को झकझोरते नजर आए। खास बात यह थी कि जैसे ही मंत्री उद्गम से रवाना हुए और शिप्रा आगे की यात्रा पर निकली कि सभी सफाई कर्मचारी अपनी मोटरसाइकिलें उठाकर खिसक लिए। इतना ही नहीं अधिकारियों ने भी राहत महसूस की। मतलब साफ था कि मंत्री जी को सब कुछ स्वच्छ दिखाना था परंतु हकीकत में सफाई से जिम्मेदारों को कोई लेना देना नहीं है।
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केंद्रीय मंत्री ने छुए शिप्रा के पैर
केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल आज सुबह गोमती उद्गम तीर्थ पहुंचे थे। पंचतत्व फाउंडेशन की संस्थापक शिप्रा पाठक पहले से ही माता गोमती मंदिर पर मौजूद थीं। जैसे ही दोनों लोगों की मुलाकात हुई कि राज्य मंत्री श्री पटेल ने झुककर शिप्रा के पैर छुए। इस दृश्य को काफी लोगों ने अपने मोबाइल के कैमरे में कैद किया। केंद्रीय मंत्री को शिप्रा के पैर छूते देखकर वहां मौजूद अधिकारी व अन्य लोग हतप्रभ रह गए और चर्चा करते देखे गए कि शिप्रा पाठक कोई मामूली व्यक्तित्व नहीं है बल्कि इनकी पहुंच व आदर सम्मान काफी अधिक है। अन्य लोगों ने भी शिप्रा को प्रणाम किया। राज्यमंत्री शिप्रा के माता पिता और भाई से भी मिले। अन्य लोगों के साथ भी उन्होंने फोटोग्राफ कराये। कवि व पत्रकार सतीश मिश्र ‘अचूक’ ने अपनी आरती व चालीसा संग्रह पुस्तक जिसमें माता गोमती की आरती व चालीसा संग्रहित है, शिप्रा पाठक को गोमती मंदिर पर सौंपी। जबकि ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष अशोक बाजपेई द्वारा केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को सौंपी गई।