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पीलीभीत से राजनैतिक नही पारिवारिक रिश्ता : वरुण गांधी

एक दिवसीय जनपद दौरे पर शनिवार को यहां पहुंचे सांसद वरुण गांधी ने पूरनपुर ब्लॉक में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रमों में अपने संबोधन में कहा राजनीति में स्वच्छता और ईमानदारी बहुत जरूरी है। राजनीति इस बात पर केंद्रित होनी चाहिए कि हम उन लोगों की आवाज उठाएं जो स्वयं अपनी आवाज नहीं उठा पाते और वह राजनीति में ऐसे लोगों की आवाज बनने के लिए आए हैं। उन्होंने संकल्प लिया है कि जबतक वह राजनीति में हैं, समाज के कमजोर लोगों की आवाज बनते रहेंगे।
सांसद वरुण गांधी ने कोरोना समय का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान संविदा कर्मियों को सम्मान देने की बड़ी बड़ी बातें की गई थीं लेकिन आशा बहुओं, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों,शिक्षा मित्रों आदि सभी संविदा कर्मियों से मानदेय और स्थायीकरण को लेकर किए गए वादे भुला दिए गए। संविदा कर्मी की नौकरी कोई नौकरी नहीं बल्कि एक गुलामी बन गई है। वह न्याय दिलाने के लिए हर मंच से संविदा कर्मियों की लड़ाई लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि वह निजीकरण के इसलिए खिलाफ हैं कि जब सब बिक जायेगा तो गरीब के बच्चे कैसे अपना भविष्य बनायेंगे। जीवन आज है कल नही रहेगा, बड़ा आदमी वह होता है जिसके साथ कोई अपने आपको छोटा न समझे। बोले कि उनका पीलीभीत से राजनैतिक नही पारिवारिक रिश्ता है जिसे वह हमेशा अपना फर्ज समझ कर निभाते रहेंगे।
इससे पूर्व सांसद वरुण गांधी के सुबह खमरिया पुल पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। उसके बाद वह ग्राम खमरिया में राजेश गंगवार तथा सैजना में राधे गंगवार द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में शरीक हुए। उन्होंने पूरनपुर रोड पर ग्राम बिठौरा कला में बन रहे एआरटीओ कार्यालय के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण भी किया। खुटार मार्ग पर स्वागत कार्यक्रम के बाद उन्होंने पूरनपुर के ग्राम कुरैया कला, सुल्तानपुर व ग्राम गढ़ा कला में आयोजित कार्यक्रमों में जनसमस्याएं सुनीं। दिल्ली प्रस्थान करने से पूर्व उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी की।
कार्यक्रमों में प्रमुख रूप से सांसद सचिव कमलकांत, प्रतिनिधि राजू आचार्य, अमित गंगवार, दशरथ गूजर, नीरज गूजर, साधु प्रधान, रंजीत सिंह, नवीन अलख, प्रमोद शुक्ला, विनीत अवस्थी, अनुपम वाजपई, धर्मेंद्र सिंह, ऋषिराम पासवान, उमाशंकर, राममूर्ति, अभिषेक वाजपाई, दीपक पाण्डेय, सूरज शुक्ला, रमेश लोधी, सुमित मिश्रा, बबलू वर्मा, रतनदीप दीप सिंह आदि मौजूद रहे।

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