पीलीभीत टाइगर रिजर्व : जानिए कैसा रहा 9 साल का सफर, क्या क्या है खास
पीलीभीत। जिले के सदियों पुराने जंगलों को वर्ष 2014 में 9 जून को भारत सरकार द्वारा टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था। पीलीभीत टाइगर रिजर्व देश का 46वां टाइगर रिजर्व बनाया गया था।
आज टाइगर रिजर्व 9 साल का हो गया है। एक दिन पूर्व हुई दुर्घटना के चलते इस बार स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाला
समारोह फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
पीलीभीत डिस्ट्रिक्ट में स्थित इस टाइगर रिजर्व में क्या क्या खास है। पर्यटकों को यहां क्यों आना चाहिए। कौन-कौन से वन्यजीव, पर्यटक स्थल व पक्षी देखने को मिलेंगे। इस सब पर सुनिये आकाशवाणी दिल्ली से प्रासारित यह खास रूपक (फीचर)। इसे आकाशवाणी रामपुर की केंद्र निदेशक मनदीप कौर चड्डा जी द्वारा तैयार किया था। स्थानीय लोगों व अधिकारियों से वार्ता पीलीभीत जिले के प्रसार भारती (आकाशवाणी/दूरदर्शन) अंशकालिक संवाददाता सतीश मिश्र द्वारा की गई है।
टाइगर रिजर्व की पूरी स्टोरी इस लिंक से सुनें-
जंगल में सिर्फ 6 दिन का जलवा
पर्यटकों के लिए दुखद सूचना यह है कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व 15 जून से बंद होने जा रहा है।
इस लिंक से डिप्टी आरएमओ श्री अविनाश झा जी से सुनिये चूका पिकनिक स्पॉट की सुंदरता का वर्णन-
मानसून सीजन के चलते अगले वर्ष नवंबर में टाइगर रिजर्व का नया पर्यटन सत्र प्रारंभ होगा।
ड्रीम मैंगो की डायरेक्टर दीपिका चतुर्वेदी जी से सुनिए पीलीभीत टाइगर रिजर्व की कहानी-
अगर आप पीलीभीत टाइगर रिजर्व की सैर करना चाहते हैं तो अभी 6 दिन शेष हैं।
सुनिये पीटीआर को लेकर क्या बोले पीलीभीत जिला अधिकारी रहे आईएएस अधिकारी पुलकित खरे-
15 जून तक टाइगर रिजर्व खुला हाल खुला रहेगा।
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