
आबादी तरफ बढ़ रही बाघ की चहलकदमी, देखिये किस अंदाज में दरोगा जी से हुई मुलाकात
घुंघचाई। आबादी क्षेत्र में बाघ की चहल कदमी से लोगों में हड़कंप मच गया।कई दिनों से बाघ आबादी क्षेत्र में विचरण कर रहा है। खेत से वापस लौट रहे किसान ने बाघ के पदचिन्हों को देखा तो उसके होश उड़ गए। मामले की सूचना आस पड़ोस के लोगों को दी तो वे शोर शराबा करते हुए मौके पर पहुंचे। काफी देर तक रोड से आवागमन बाधित रहा।लोगों ने बाघ को पकड़ने की मांग की है।
इस लिंक से देखें बाघ की चहलकदमी
जनपद के जंगल टाइगर रिजर्व घोषित हैं लेकिन वन्यजीवों के संरक्षण और जंगल से बाहर न निकल सके इसको लेकर के तार फ़्रेंसिंग जैसी प्रभावी योजनाएं अभी तक नहीं लागू हो सकी हैं जिसके चलते बाघ आबादी क्षेत्र में घूमते देखे जा रहे हैं। बीते कई दिनों से रानीगंज,माधोटांडा लालपुर, करनापुर, बिधिपुर, डगा में बाघ की चहल कदमी देखी जा रही थी। बाघ अब संभवता गोमती को पार कर घुंघचाई क्षेत्र के तेरह मील हरदोई नहर की पटरियों की झांडियों में कई दिनों से बाघ की चहलकदमी देखी जा रही है। हालांकि बन विभाग की ओर से पिंजरा भी लगाया गया लेकिन बाघ नही फस पा रहा.है। सोमवार को क्षेत्र के अभयपुर माधोपुर के नहर पटरी के किनारे गांव निवासी कश्मीर सिंह धान की रोपाई कर वापस घर लौट रहे थे। रास्ते में उन्होंने बाघ के पदचिन्हों को देखा तो उनके होश उड़ गए। मामले की सूचना उन्होंने आस पड़ोस के लोगों को दी तो बड़ी संख्या में लोग शोर शराबा करते मौके पर पहुंचे। बाघ के पद चिन्ह देखे जाने से हडकंप मच गया।
मामले की सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई।जिस पर रेंज के कर्मचारी और सामाजिक वानिकी के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। बाघ के पद चिन्हों को ट्रेस किया गया। लगातार बारिश के बाघ आबादी क्षेत्र में पहुंचने से लोगों में दहशत बनी हुई है। धान की रोपाई आदि कार्य बाघ की दहशत के चलते बाधित हो रहे हैं। रेंजर कपिल कुमार ने बताया बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा हुआ है। पूरी टीम मौके पर निगरानी कर रही है। इस लिंक से देखें वीडियो-
रिपोर्ट-लोकेश त्रिवेदी
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