इस बार मतगणना नहीं सरकारी अमला करेगा “मनगणना”, न मीडिया की मौजूदगी और न रह पाएंगे प्रत्याशी
पीलीभीत। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना 2 मई को सुबह 8:00 बजे से सभी सातो विकास खंडों में शुरू होगी लेकिन इस बार की मतगणना में पारदर्शिता गायब होगी और मतगणना के स्थान पर सरकारी अमले की मनगणना ही होगी। वे जिसे चाहेंगे जितवा देंगे और जिसे चाहेंगे हरवा देंगे। क्योंकि ऐसा पहली बार हो रहा है कि इस मतगणना में ना तो मीडिया होगी और ना ही सभी प्रत्याशी मौजूद होंगे। क्योंकि जिला प्रशासन ने इस बार मीडिया को मतग़णना स्थलों पर प्रवेश के पास नहीं जारी किए हैं। इसके साथ ही प्रधान, बीडीसी व सदस्य पद के प्रत्याशियों को अधिकांश विकास खंडों में मतगणना पास जारी नहीं किए गए हैं। इसके चलते प्रत्याशी भी मतगणना स्थल पर नहीं पहुंच पाएंगे और जमकर मनमानी सरकारी अमला करेगा। पत्रकारों ने पास के लिए जिला अधिकारी को फोन किए परंतु उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। प्रभारी जिला सूचना अधिकारी नरेंद्र कुमार भी टालमटोल करते नजर आए। मतगणना के प्रभारी अधिकारी जिला विकास अधिकारी योगेंद्र पाठक पत्रकारों को पास जारी करने पर चुप्पी साध गए और पत्रकारों के सवाल का कोई जवाब नहीं दिया। इसको लेकर पत्रकारों ने तीखा आक्रोश देखा जा रहा है और उन्होंने पूरे मामले की शिकायत शासन व प्रशासन के अधिकारियों से की है।
महोदय, कल होने वाली मतगणना के लिये पीलीभीत जिले में पत्रकारों को कोई पास जारी नहीं किये जबकि निर्वाचन पुस्तिका पृष्ठ 9 के कालम 4 में इसका जिक्र है। जिलेभर पत्रकार कल कैसे मतगणना की सूचनाएं जुटाएंगे।@Dmpilibhit @CommissionerBa1 @navneetsehgal3 @myogiadityanath pic.twitter.com/LsAKJu21RI
— सुमित गुप्ता (@sumitguptahindu) May 1, 2021
पत्रकारों ने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा जो निर्देशिका जारी की गई है उसके पेज संख्या 9 के 4 नंबर पॉइंट में साफ लिखा गया है कि पत्रकारों को लोकसभा व विधानसभा की भांति पास जारी किए जाएंगे परंतु किसी को भी पास जारी नहीं किए गए। इसको लेकर पत्रकारों में आक्रोश देखा जा रहा है। उधर प्रत्याशियों में भी प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश है। इन लोगों के भी गणना पास जारी नहीं हो सके। दिन भर इंतजार करने के बाद शाम को प्रत्याशियों को ब्लाक कार्यालयों से भगा दिया गया। हालांकि कोई भी अधिकारी फोन उठाने को तैयार नहीं है। हर तरफ मनमानी का मंजर देखने को मिल रहा है। लोगों का मानना है कि ऐसे में किसी बड़ी साजिश से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। उधर प्रभारी जिला सूचना अधिकारी नरेंद्र कुमार ने बताया कि सभी पत्रकारों को उनके संस्थान से जारी हुए परिचय पत्र के आधार पर ही मतगणना स्थलों पर प्रवेश मिलेगा और सूचना विभाग द्वारा भी सूचनाएं अपडेट की जाती रहेंगी।
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