विरोध बाधाएं पार करके शिप्रा पाठक ने 105 दिन में पूरी की अयोध्या से रामेश्वरम तक की 3952 किमी की पदयात्रा
भारत की पहली मातृ शक्ति के रूप में शिप्रा ने अयोध्या से रामेश्वरम तक 105 दिन में पूरी की अपनी 3952 किलो मीटर की पद यात्रा
इससे पहले पीलीभीत के माधोटांडा स्थित गोमती उद्गम से बनारस में गोमती के गंगा में मिलन तक 990 किमी की पदयात्रा की थी वाटर वूमेन के नाम से विख्यात शिप्रा पाठक ने
तमिलनाडु में यात्रा रोकने का प्रयास हुआ असफल हजारों रामभक्त के साथ शिप्रा ने किया रामेश्वरम भगवान का जलाभिषेक
इस लिंक से सुनें पूरी खबर
https://youtu.be/uccAl_x5vRw?si=0WKXZjBs5aoP-vD9
अयोध्या से रामेश्वरम तक जाने वाली वाटर वूमन शिप्रा की राम जानकी वन गमन पद यात्रा को तमिलनाडु में रोकने का प्रयास किया गया। कुछ असामाजिक तत्वों ने गाड़ी के शीशे तोड़कर अयोध्या वापस जाओ यहाँ राम नहीं नहीं है कहकर शिप्रा को डराने की कोशिश की।शिप्रा द्वारा प्रशासन से सहायता माँगने पर सहयोग न मिलने की बात पूरे तमिलनाडु में सोशल मीडिया के माध्यम से फैल गई जिसके परिणामस्वरूप हजारों राम भक्तों ने शिप्रा की यात्रा में सम्मिलित हो गये। सभी ने अपनी सहभागिता से पद यात्रा को सकुशल संपन्न कराया।
इस लिंक से देखें वीडियो
https://youtu.be/ZUJFp-imYbc?si=ebKXHyL_Z2Ylfm67
रामेश्वरम पहुंचने पर शिप्रा की पद यात्रा के साथ सैकड़ो गाड़ियों का लंबा काफिला था।रामेश्वरम पहुंचने पर शिप्रा का राम नाम की चुनरी ओढ़कर और उनके पांव को पुष्प जल से धोकर स्वागत किया गया।
शिप्रा ने यहां समुद्र देवता के किनारे पूजा अर्चना कर,22 कूप स्नान कर रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग में यात्रा के दौरान विभिन्न नदियों से एकत्रित जल को अर्पित किया।शिप्रा ने इस दौरान रामभक्तों को संबोधित करते हुए कहा एक राज्य पर कुछ लोगों की सत्ता ये निर्धारित नहीं करेगी कि राम का नाम नहीं लिया जाएगा।
राम राजनीति का नहीं आस्था का विषय हैं। ये राममय भारत है राम की सत्ता पूरे भारत में शासन करेगी।
इस लिंक से देखें यात्रा
https://youtu.be/HfD93WFIqt0?si=vvzcT7410SdTrZ8W
बदायूं जिले के दातागंज निवासी शिप्रा पाठक का गोमती के जरिए पीलीभीत से भी संबंध बना है। उन्हें यात्रा पूरी होने पर जनपद वासियों ने भी शुभकामनाएं दी हैं।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें