लगातार दौरे…269 करोड़ का धनाराघाट पुल, मंत्री जी द्वारा खुद सर्वे और अब जितिन प्रसाद को भाजपा का टिकट, लगता है सब कुछ पहले से ही फिक्स था लखनऊ से दिल्ली तक
पीलीभीत (सतीश मिश्र)। कुछ दिन पहले की ही तो बात है उत्तर प्रदेश सरकार में पावर फुल मंत्री जितिन प्रसाद के दौरे पीलीभीत में बढ़ जाते हैं।
वे शारदा नदी के धनाराघाट में पक्का पुल बनाने के लिए सर्वे करने खुद आते हैं, जबकि यह काम अभियंताओं का होता है। उनके स्वागत में सैकड़ों फ्लेक्स लग जाते हैं। जिस पुल को पीलीभीत जिले के 17 निर्वाचित सांसद और जिले से यूपी सरकार में मंत्री रहे पावर फुल नेता नहीं बनवा पाए उसे जितिन प्रसाद मंजूरी दिला देते हैं। 269 करोड़ की लागत में से पहली किश्त जारी भी हो जाती है। इधर चुनाव घोषित होता है। पीलीभीत का टिकट देर तक लटकाया जाता है और बाद में जितिन प्रसाद को दिल्ली बुलाकर उन्हें पीलीभीत से भाजपा प्रत्याशी बना दिया जाता है। समूचे घटनाक्रम को एक साथ जोड़कर देखिए तो ऐसा लगता है कि सबकुछ पहले से ही फिक्स था। एक प्लानिंग के तहत ही यह सब हुआ है।
तो यह था भाजपा की चुप्पी का राज, गिनी जा रहीं थीं 100 गलतियां
पार्टी ने मौजूदा सांसद वरुण गांधी के ट्वीट आदि मामले में जो चुप्पी वर्षों से साध रखी थी उसका जवाब शायद टिकट न देकर दिया गया है। हालांकि पार्टी से स्थित रूप से नाराज सांसद की कुछ दिन पूर्व पार्टी के बड़े नेताओं से वार्ता हो जाने के बाद ट्वीट रुके थे और माना जा रहा था कि पार्टी वरुण गांधी को टिकट दे देगी लेकिन ऐसा लगता है कि द्वापर की पुरातन कथा के अनुरूप भाजपा उनकी 100 गलतियां गिन रही हो और उनके पूरे होते ही टिकट काटने का बड़ा कदम उठा लिया। होली के पर्व पर ऐसा करके पार्टी ने श्री गांधी के समर्थकों को निराश कर दिया।
आगे क्या होगा…असमंजस बरकरार
25 मार्च को होली का अवकाश है। नामांकन के लिए 26 व 27 मार्च यानी 2 दिन ही शेष हैं। माना जा रहा है कि वरुण गांधी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल करेंगे और पीलीभीत में अपने लाखों समर्थकों और संबंधों के बल पर भाजपा प्रत्याशी के लिए चुनौती खड़ी करेंगे। उनके द्वारा नामांकन के 4 सेट पहले ही खरीदे जा चुके हैं। हालांकि श्री गांधी और उनके प्रवक्ता की तरफ से अभी इसपर कुछ भी नहीं कहा गया है। राजनीतिक पंडितों का यह भी मानना है कि सपा अभी अपना प्रत्याशी बदल सकती है। जिस तरह रामगोपाल यादव का बयान आया था कि टिकट कटने पर विचार करेंगे। वरुण गांधी को सपा कांग्रेस गठबंधन का प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा जा सकता है। ऐसे में उन्हें खुद के वोट बैंक के अलावा मुस्लिम व सपा के परंपरागत वोट भी मिल सकते हैं। इस पर एक दो दिन में नामांकन के साथ ही स्थिति स्पष्ट हो जायेगी।
जिनका टिकट कटा वे भी हुए निराश, समर्थकों को थी बड़ी उम्मीदें
भारतीय जनता पार्टी से टिकट के दावेदारों की बात करें तो यहां से राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार, उत्तराखंड के केबिनेट दर्जा मंत्री बलराज पासी, पूर्व मंत्री डाक्टर विनोद तिवारी व हेमराज वर्मा, पीसीयू चेयरमैन सुरेश गंगवार, जिला पंचायत अध्यक्ष के पति गुरभाग सिंह, पूर्व विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल व किशनलाल राजपूत, सिख समाज के नेता सिरसा, विधायक स्वामी प्रवक्तानंद सहित कई दर्जन टिकट के लिए पार्टी के संपर्क में थे। कई लोग तो दिल्ली में ही डेरा डाले हुए थे। टिकट फाइनल होने से सभी निराश हुए। इन सबके समर्थक भी टिकट न मिलने से परेशान दिखे। हालांकि अभी कहीं से कोई विरोध के स्वर तो नहीं सुनाई दिए पर माना जा रहा है अंदरखाने कुछ दावेदार भाजपा प्रत्याशी को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।
सोमवार को पीलीभीत पहुंचेंगे जितिन प्रसाद
कल यानी सोमवार को पीलीभीत में भाजपा कार्यालय पर जितिन प्रसाद पहुंचेंगे और होली के बहाने पार्टी पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। 26 या 27 को नामांकन कराने की रणनीति भी बनेगी। इस बैठक के लिए सोशल मीडिया पर मैसेज भी भेजे जा रहे हैं।
रातो रात बन गए जितिन के समर्थन को समूह
भाजपा कार्यकर्ताओं में जितिन प्रसाद के टिकट को लेकर खुशी देखने को मिल रही है। रातों रात जितिन प्रसाद के समर्थन में इलाकाई व्हाट्सएप ग्रुप बन गए हैं और इनमें गावों के छुटभैया नेताओं को जोड़ा जा रहा है। उन्हें बधाइयां भी मिल रहीं हैं..
जितिन प्रसाद ने ट्वीट करके बड़े नेताओं को दिया धन्यवाद
‘राम काज कीन्हें बिनु,
मोहि कहां विश्राम’
संसदीय लोकसभा क्षेत्र पीलीभीत से प्रत्याशी के रुप में मेरा चयन करने के लिए आदरणीय प्रधान मंत्री श्री @narendramodi जी, माननीय पार्टी अध्यक्ष श्री @JPNadda जी, माननीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी, माननीय मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी, माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री @Bhupendraupbjp जी एवं चुनाव समिति को हार्दिक धन्यवाद।
आप सभी के भरोसे को अपनी अमूल्य पूंजी मानते हुए मैं पूर्ण समर्पण एवं परिश्रम के साथ पीलीभीत की सेवा करने के लिए तैयार हूं।
जय हिन्द जय भाजपा
मोदी का परिवार
जितिन प्रसाद
#PhirEkBaarModiSarkar
#AbkiBaar400Paar
#LokSabhaElections2024
#GeneralElections2024
@BJP4UP @BJP4India
इस लिंक से देखें ट्वीट
https://twitter.com/JitinPrasada/status/1771943112681914425?t=AhD3elhrE3zQrQX-1d-EcA&s=19
बरखेड़ा विधायक ने ट्वीट करके जितिन प्रसाद को दी बधाई
#अबकी_बार_400_पार #फिरएकबारमोदीसरकार
माननीय लोकनिर्माण विभाग मंत्री श्रीमान जितिन प्रसाद जी को 26 लोकसभा पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
#BhartiyaJantaParty #NarendraModi #MYogiAdityanath
https://twitter.com/prawaktanandmla/status/1771951575776293085?t=CTVPsWuwlMMOSgCarN9Wbw&s=19
शाहजहांपुर में भी खुशी, अभिनेता राजपाल यादव ने फोन पर ली जानकारी
जितिन प्रसाद को पीलीभीत से लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने पर उनके गृह जनपद शाहजहांपुर में भी खुशी देखी जा रही है और लोग लगातार इस सीट पर नजर बनाए हुए हैं। मुंबई में बैठे शाहजहांपुर के कुंडरा निवासी हास्य अभिनेता राजपाल यादव ने समाचार दर्शन 24 के संपादक सतीश मिश्र को फोन करने जितिन प्रसाद के टिकट एवं चुनावी समीकरण पर बात करते हुए श्री प्रसाद को एक अच्छा राजनेता बताया। उधर यह भी कहा जा रहा है कि 94 गांव व पूरनपुर तहसील में प्रसाद परिवार का पहले से ही काफी प्रभाव है और वे गांव पहले शाहजहांपुर जिले का ही हिस्सा थे।
जानिए कौन हैं जितिन प्रसाद
आखिरकार जितिन प्रसाद हैं कौन जिन्हें पीलीभीत से भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया है। ज्यादातर लोग उनसे व उनके परिवार से पहले से ही परिचित हैं। जितिन प्रसाद के पिता जितेन्द्र प्रसाद (बाबा साहब) भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गाँधी (1991), पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव (1994) के राजनितिक सलाहकार, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष (1995) तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। जितिन प्रसाद ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा दून पब्लिक स्कूल, देहरादून, उत्तराखंड तथा स्नातक में दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.कॉम तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान, दिल्ली से एमबीए किया है।
मनमोहन सरकार में रहे कई महत्वपूर्ण मंत्रालय
जितिन प्रसाद इस समय प्रदेश की योगी 2 सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री हैं। इससे पहले वे मनमोहन सरकार में केंद्रीय मंत्रिमंडल में रहे। उनके पास पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, मानव संसाधन विकास, इस्पात आदि विभाग रहे हैं। 19 नवंबर 1973 को जन्में जितिन प्रसाद की आयु इस समय करीब 50 वर्ष है।
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