घुंघचाई। गन्ना क्रय केंद्र पर तौल के दौरान  घाटतौली की जानकारी पर काश्तकार उग्र हो गए और गन्ना कि तौल को बंद कराकर चीनी मिल के अधिकारियों को अवगत कराया गया। मौके पर पहुंचे गन्ना केन मैनेजर ने काश्तकारों को घाटतौली न किए जाने को लेकर आश्वस्त किया जिस पर गन्ने की तौल शुरू हुई। किसान भी आश्वस्त दिखे। शासन द्वारा काश्तकारों के साथ गन्ना क्रय केंद्रों पर कोई भी गड़बड़  ना किया जाए इसको लेकर कड़े फरमान है।किसानों द्वारा बीते वर्ष मकसूदापुर चीनी मिल को दिए गए गन्ने का भुगतान अभी तक नहीं मिल पाया है। इस बार पीलीभीत कि ललित हर चीनी मिल के क्रय केंद्र क्षेत्र में लगे हैं। घुंघचाई गन्ना क्रय केंद्र पर गांव निवासी सियाराम शर्मा गन्ना तुड़वाने के लिए पहुंचे थे जिन्होंने अपने साथ 2 कुंटल 70 किलो मैकू लाल शर्मा 1 कुंटल 35 व दशरथ सिंह ने 2 कुंटल 45 किलो की घाटतौली के बारे में काश्तकारों को बताया जिस पर किसान भड़क गए और क्रय केंद्र प्रभारी से नोकझोंक होने लगी। इस दौरान गन्ने की तौल भी बंद हो गई। मामले की जानकारी पर गन्ना केंद्र मैनेजर मौके पर पहुंचे और उन्होंने काश्तकारों से बात की तो क्रय केंद्र परिसर में कीचड़ होने के कारण वजन मैं अंतर था जब काश्तकारों को समझाया गया कि कीचड़ होने के कारण यह समस्या है तब बे भी मान गए वही क्रय केंद्र पर उपस्थित कई काश्तकारों ने लगाए गए आरोपों को निरर्थक बताया गन्ना केन मैनेजर जितेंद्र कुमार ने बताया हमारे यहां घटटोली नहीं की जाती है जो भी काश्तकारों की समस्याएं थी उनका मौके पर ही निदान किया गया है गन्ने की तौल शुरू है कोई भी समस्या नहीं थी हां क्रमवार काश्तकारों को अपनी तालियां कांटे पर क्रय केंद्र पर तुलवानी चाहिए जिसकी मुकम्मल व्यवस्था की जा रही है और काश्तकारों द्वारा दिए गए गन्ने का भुगतान भी चीनी मिल समय रहते कर रही है।

रिपोर्ट-लोकेश त्रिवेदी

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