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अटारी बाघा वार्डर जहाँ हर रोज टूटता है पाक रेंजर्स का हौसला, परेड में नही आती पब्लिक, उमड़ता है भारतीय जन सैलाब

अटारी वार्डर। यह बात सच है कि भारत कई बार पाकिस्तान को शिकस्त दे चुका है। ताजा मामला सर्जिकल स्ट्राइक का भी रहा। एयर स्ट्राइक काफी चर्चा में बनी हुई है। इसी के बलबूते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुबारा कुर्सी पा सके हैं। दूसरा पहलू यह है कि पाकिस्तान का फोर्स हर रोज भारत के मुकाबले खुद को पराजित महसूस करता है। जी हां हम सही कह रहे हैं और यह वह नजारा है जो हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा कर देने

भारतीय कैम्प की दर्शक दीर्घा का नजारावाला है। यह नजारा देखने को मिलता है अटारी वाघा बॉर्डर पर जहां दोनों देश का सुरक्षा बल शाम को फ्लैग सेरेमनी परेड आयोजित करता है। भारत की तरफ से जहां हजारों का जनसैलाब हाथ मे तिरंगा और सिर पर भारतीय तिरंगी टोपी लगाकर उमड़ता है वहीं पाकिस्तानी जनता अपने सैनिकों का हौसला बढ़ाने आगे नहीं आती। इसी माह 2 तारीख को अटारी वाघा बॉर्डर पर जो नजारा मैंने अपनी आंखों से देखा वह वाकई पाक के लिए शर्मसार करने वाला था। दोनों तरफ परेड चल रही थी। रविवार का दिन और शाम का वक्त था। जवानों में हौसला था। भारत के वीर कदमताल कर रहे थे तो उनके लिए तालियां बजाने और साथ में देशभक्ति के गीतों पर थिरकने वाले हजारों हजार लोग थे। तो पाकिस्तान के कैंप में मातम सा छाया हुआ था। सिर्फ गिने-चुने 40 से 50 लोग ही एक कोने में बैठे नजर आए। यानी पब्लिक से अधिक जवान थे। उस तरफ के सैनिक भी कोई खास परेड नहीं कर पा रहे थे। बस ढोल लेकर आए और उसे पीटते ही कुछ परेड की और झंडा उतारने की रस्म अदायगी कर के कार्यक्रम पूर्ण कर लिया। इधर देशभक्ति के गीतों पर थिरकने वाली भारतीय नारियां भी काफी संख्या में आगे आई थीं जिनका अंदाज देखते ही बनता था। कार्यक्रम का बड़े पर्दे पर प्रसारण भी चल रहा था। दर्शक दीर्घा में 50000 से कम भीड़ नहीं थी।

जब परेड समाप्त हुई तो रोड कई किलोमीटर तक खचाखच भरा चल रहा था। वापसी में अमृतसर की तरफ वाहनों की कतार लगी हुई थी। कुछ लोग सरकारी वाहनों से लौट रहे थे

तो कुछ निजी वाहनों के सहारे अमृतसर की तरफ प्रस्थान कर रहे थे। बीएसएफ के जवानों ने जो प्रदर्शन किया परेड की वह भी कम आकर्षक व सराहनीय नहीं थी। सावधान बोलने के लिए कई मिनट सांस रोकना वाकई काबिलेतारीफ था। सिर

खाली पड़ा पाकिस्तानी कैम्प

तक पैर उठा देना, वह भी पाक की तरफ मुंह करके लोगों को काफी उत्साहित व रोमांचित कर रहा था। भारत माता की जय के नारों से पूरा इलाका घंटों गुंजायमान होता रहा। भारत माता का यह शौर्य पाकिस्तानियों के दिल दहलाने के लिए काफी था। आप भी कभी अमृतसर जाएं तो अटारी वाघा बॉर्डर की परेड देखना ना भूलें, क्योंकि एक यह ऐसी तीर्थयात्रा है जो देश भक्ति को बढ़ाने वाली है।

यह यात्रा वृतांत मेरे 2 जून 2019 रविवार को आंखों देखी परेड का है, आपको यह वृतान्त कैसा लगा, कृपया मेरे व्हाट्सएप नंबर 9411978000 पर बताने की कृपा करें।

सतीश मिश्र,  समाचार दर्शन 24 विक्रम से

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