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नहीं रुकी सोंधा प्रकरण में पुलिस प्रशासन की मनमानी : प्रधान व ग्रामीणों पर रासुका और गैंगस्टर लगाने की चल रही तैयारी

पीलीभीत। सोधा में पुलिस व ग्रामीणों के बीच बीच हुए संघर्ष में 10 ग्रामीणों को गंभीर धाराओं में जेल भेजने और 80  अज्ञात लोगों पर हत्या के प्रयास, बलवा, क्रिमिनल एक्ट सहित गंभीर धाराओं में केस दर्ज करने के बाद भी पुलिस प्रशासन का आक्रोश कम नहीं हुआ है ।अब पुलिस प्रशासन सोंधा प्रकरण में गैंगस्टर एक्ट व रासुका की कार्रवाई करने की तैयारी में है। प्रधान अनूप सिंह व एक अन्य पर तमंचा बरामद  दिखाकर 2 अन्य मुकदमा लिखने को भी गैंगस्टर से  जोड़कर देखा जा रहा है। उधर रासुका लगाने की तैयारी भी पुलिस प्रशासन गुपचुप रहा है। इस बारे में विधायक बाबूराम पासवान से जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने साफ शब्दों में कहा कि मुख्यमंत्री के यहां से रासुका को लगाने को कहा गया है। जब विधायक ने प्रतिवाद किया कि मुख्यमंत्री के यहां से कुछ नहीं कहा गया है आप लोग अपनी मर्जी थोपना चाहते हैं परंतु ऐसा न करने की हिदायत भी विधायक ने दे दी।

विधायक के कहने के बाद भी सोंधा नहीं पहुंचे सीओ और इंस्पेक्टर

इधर स्थानीय पुलिस ग्रामीणों को गांव में बसाने के प्रति बिल्कुल गंभीर नहीं है। विधायक बाबूराम पासवान के कहने के बावजूद सीओ पूरनपुर और सेहरामऊ इंस्पेक्टर आज सोंधा नहीं पहुंचे और ना ही ग्रामीणों से वार्ता हो सकी। अभी गांव के लोग भागे हुए उन्होंने रात भी खेतों में गुजारी। महिलाएं व बच्चे ही गांव में बचे हैं। विधायक ने बताया कि सीओ वीवीआइपी डियूटी में चले गए और सेहरामऊ एसओ अकेले गांव नही गए। शाम तक विधायक के साथ एसओ के पहुचने की बात कही गई है। 

….और पैरोकारों को मनाने में जुटी पुलिस

इस कांड में पुलिस विरोध प्रदर्शन व आंदोलनों को टालने के लिए अग्रिम पेशबंदी कर रही है। इसी के चलते प्रधान संगठन के पदाधिकारियों व क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों से संपर्क करके पुलिसकर्मी उन्हें अपना पक्ष बता रहे हैं और इस प्रकरण में मदद न करने की बात कह रहे हैं। सेहरामऊ में तैनात रहे कई अन्य इंस्पेक्टर व पुलिस के बड़े अधिकारी भी इस मामले में क्षेत्रीय लोगों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और उन्हें विरोध प्रदर्शन या आंदोलन ना करने के लिए बराबर कह रहे हैं। पुलिस के अलावा कई अन्य विभागों के अधिकारियों को भी इसमें लगाया गया है। प्रशासन द्वारा गुपचुप यह भी पता कराया जा रहा है कि प्रधान अनूप सिंह की पैरवी सत्ताधारी पार्टी के कौन कौन से पक्ष कर रहे हैं। विपक्ष के नेताओ पर भी नजर रखी जा रही है।

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