संत सिद्धेश्वर गिरी जी की अंतिम यात्रा में उमड़ा भक्तों का सैलाब, दिलाई समाधि

*बिलसंडा। सुप्रसिद्ध गौरीशंकर महादेव मंदिर सिबुआ के संत श्री श्री 1008 श्री स्वामी सिद्धेश्वर गिरी जी महाराज के देहावसान के अगले दिन स्वामी जी के पार्थिव शरीर की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा के बाद मंदिर प्रांगण में उनको समाधि दिलाई गई। शुक्रवार को अपराह्न् करीब 1:20 बजे स्वामी जी ने अंतिम सांस ली। स्वामी जी 118 वर्ष के थे। स्वामी जी का जन्म वर्ष 1901 में हुआ था।
उन्होंने बालयोगी जीवन व्यतीत कर एक लंबी आयु के जीवन का सुख प्राप्त किया। उनके जीवन का तरीका अदभुत था। स्वामी जी के देहवासन की खबर सुनकर देश के कोने कोने से उनके संत जीवन के साथी अंतिम दर्शन को दौड़ पडे। गुरु जी ने अपना जीवन पूरी तरह ईश्वरीय अराधना में लीन रखा। गुरु जी कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। स्वामी जी की उम्र के जिले में‌ शायद कोई अन्य संत हो।

*शोभायात्रा के बाद समाधि दिलाई

*गुरु जी के शिष्य आनंदेश्वर गिरी लाल बाबा जी के नेतृत्व में अंतिम शोभायात्रा शनिवार को प्रात: ९ बजे मंदिर प्रांगण से शुरू होकर पूरा बिलसंडा नगर में विचरण के बाद उनको मंदिर के पीछे एक मैदान में समाधि दिलाई गई। इस मौके पर भारी भीड़ मौजूद रहीं। स्वामी जी को फूले से सजे आकर्षक रथ पर बिठाया गया। स्वामी जी के इस अंतिम क्षण में संत दक्ष नारायण-राजस्थान, रघुवर गिरी- दादरी, संत उमा शंकर गिरी- नोएडा, ब्रह्मचारी -आगरा वाले,स्वामी जी बाबा मस्ताना- गजरौला, कुमार आनंद- वेदर, सत्य गिरी महाराज_ लंगड़े बाबा, भक्त गण गौरीशंकर वर्मा हरिशंकर वर्मा, राम सिंह वर्मा, इंद्रपाल, रामेंद्र गोस्वामी, नंहे वर्मा सुधीर अग्रवाल, रमेश गुप्ता एडवोकेट, प्रदीप चौहान, विपिन वर्मा, चंद्रशेखर वर्मा, रवि शुक्ला, मुल्लन तिवारी,शिवनारायण शर्मा छत्रपाल मुनीम, डा अवधेश शर्मा, कस्बा इंचार्ज एस एस आई संजय सिंह फोर्स साथ चल रही थे।

रिपोर्ट मुकेश सक्सेना एडवोकेट/ राजेन्द्र वर्मा

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