फालोअप : डबल मर्डर में पूरनपुर पुलिस ने बचाई नौकरी, गवाई साख
पूरनपुर : कोतवाली क्षेत्र में हुए डबल मर्डर का मामला इतना हाईप्रोफाइल हो गया था कि अगर 1 दिन पूर्व पुलिस आरोपियों को जेल ना भेजती तो बड़ी कार्रवाई हो सकती थी। खुद को बचाने के लिए बिना जांच-पड़ताल किए एवं कोई बरामदगी दिखाएं ही उन आरोपियों को जेल भेज दिया जिन लोगों को किसी के भरोसे पर पूरनपुर पुलिस को कोतवाली लाकर सौंपा था। शिवराम सिंह हत्याकांड का मामला भाजपा नेताओं की दखलअंदाजी से काफी हाईप्रोफाइल हो गया। डीजीपी ने 2 दिन में कार्रवाई ना होने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी। नए एसपी का डर भी था। इस पर पुलिस हरकत में आई और सपा के कुछ लोगों को लगा कर गहलुइया गांव के कुछ प्रमुख लोगों को विश्वास में लेकर उनसे आरोपी इस शर्त पर कोतवाली बुलवा लिए कि उन्हें निर्दोष जेल नहीं भेजा जाएगा। अगर जांच पड़ताल में 10-15 दिन भी लगते हैं तब तक उन्हें पुलिस कस्टडी में रखा जाएगा और दोष सिद्ध होने पर ही जेल भेजा जाएगा। इधर कार्रवाई से बचने के लिए पुलिस ने
अपना वादा तोड़ते हुए पकड़े गए चुन्नन व गुड्डू को गजरौला थाने ले जा कर जेल भेज दिया। इतना ही नहीं हड़बड़ी में कोतवाली पुलिस ने आरोपियों से असलहे भी नही बरामद किए जिनसे हत्या करने की बात कही जा रही है। यह बात पुलिस का प्रेस नोट देखकर साफ हो रही है। उधर बताते हैं कि पुलिस ने प्रधान को भेजकर पकड़े गए आरोपियों के घर से उनके 4 असलहे भी मंगवा लिया और उन्हें मालखाने में जमा करा दिया। पूरे मामले में जहां पीड़ित पक्ष में आक्रोश देखा जा रहा है वहीं आरोपी पक्ष भी पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है और इस मामले में पुलिस की शिकायत आला अधिकारियों से की जा रही है। इस संबंध में पूरनपुर कोतवा से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल बंद था और विवेचना कर रहे इन्सपेरक्टर नरेंद्र यादव ने कॉल रिसीव नहीं की।
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