
आधुनिक जीवन शैली जनित रोगों के लक्षण और इनसे बचाव के यौगिक संसाधनों की जानकारी पर आयुर्वेदिक कालेज में हुई सेमिनार
पिलीभीत। ललित हरी राजकीय आयुर्वेदिक कालेज पीलीभीत में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के परिपेक्ष्य में योग पखवाड़ा दिवस के नियमित योगाभ्यास के पांचवे दिन कालेज प्रांगण में जिला प्रभारी पतंजलि योग समिति नरेंद्रपाल सिंह, श्रीमती आशा महाजन, सुश्री स्तुति पाण्डे, सुश्री अंजली सिंह, के निर्देशन में प्रातः 5-30 बजे सामूहिक योगाभ्यास जारी रहा। जिसमें संस्था के सभी छात्र छात्राओं और स्टाफ ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
आधुनिक जीवन शैली जनित रोगों और इनका योग द्वारा उपचार पर प्रस्तुत व्याख्यान पर वक्ताओं ने सवास्थ्य संबन्धी अज्ञानता,जंक फूड,अति व्यस्त जीवन,नशा,तनाव,निद्रा और शारीरिक परिश्रम का आभाव,अत्यधिक तनाव,पर्याप्त मानसिक और शारीरिक आराम का आभाव, अत्यधिक निरन्तर कम्प्यूटर और मोबाईल असन्तुलित आहार विहार का सेवन इन रोगों के मुख्य कारण बताये जिनसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा,तनाव,अनिद्रा,कब्ज,
हृदयघात,मस्तिष्क घात,जोड़ों और मांसपेशियों में जकड़ाहट और दर्द,लकवा आदि बीमारियां हो जाती हैं।
परहेज और नियमित योगाभ्यास से इनसे निजात पाई जा सकती है। वज्रासन,मंडूक आसन,पवन मुक्तासन, से पेट के विकार, शशकासन, शवासन,से ह्रदय विकार,मकरासन,भुजंगासन,पाद मुक्तासन से मांस पेशियों ,गर्दन रीढ़ के विकार, त्रिकोणासन से मोटापा,उर्ध मत्स्येन्द्रासन से मधुमेह और वज्रासन,वृक्ष आसन,और ध्यान से मानसिक विकारों में शान्ति मिलती है।
यह हुए सम्मानित
सेमिनार में बेस्ट पेपर के लिए क्रमशः शशिकला,धनेश अवस्थी,अरूण कुमार को प्रथम,द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। जजेज के रूप में डॉ0विजय लक्ष्मी, डॉ0उमाशंकर शर्मा,डॉ0 शैलेंद्र कुमार और एक्सपर्ट कमेंटेटर के रूप में डॉ0 गुरमीत,डॉ0 अरविन्द गुप्ता, संचालन डॉ रीता सिंह और डॉ आर बी यादव ने किया। डॉ0 अरविन्द यादव् और डॉ अतुल वार्ष्णेय चेयरपर्सन और को- चेयर पर्सन के रूप में उपस्थित रहे।
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