♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

किसान कृषि में नई तकनीकी विधियों का प्रयोग करके बढ़ाएं उत्पादन

पीलीभीत: नगर मजिस्ट्रेट ऋतु पूनिया द्वारा गांधी प्रेक्षागृह में आयोजित नेशनल मिशन आॅन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन के सब मिशन आॅन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय खरीफ गोष्ठी/किसान मेले का उद्घाटन का शुभारम्भ किया गया। नेशनल मिशन आॅन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन के सब मिशन आॅन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय खरीफ गोष्ठी/किसान मेले में जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत आयोजित एक दिवसीय खरीफ गोष्टी/किसान मेले में आये किसानों को सम्बोधित करते हुये सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि किसान मेले के आयोजन का उद्देश्य किसानों को कुछ नया सीखाने के लिए आयोजित किया जाता है। जिसमें किसानों को नये बीज, नई तरह की मशीनें, नई प्रकार की कृषि विधियां सिखाई जाये। उन्होंने कहा कि हमारे जनपद की भूमि अत्याधिक उपजाऊ है यदि नई तकनीकी अपनाई जाये तो हमारा जनपद आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो सके। इस दौरान नगर मजिस्ट्रेट द्वारा मेले में लगे विभिन्न विभागों के स्टालों का निरीक्षण करते हुये विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में प्राप्त करते हुये अधिक से अधिक किसानों को योजना का लाभ देने हेतु निर्देशित किया गया। आयोजित कार्यक्रम में सोहन लाल, जीवन लाल, भगवान सिंह, रामगोपाल, रामऔतार मौर्य, ईश्वरी प्रसाद, सुन्दर लाल, धर्मपाल, हरजीत सिंह आदि किसानों बन्धुओं उर्द के बीज प्रदान किये गये।
इस अवसर पर उप निदेशक कृषि ने जैविक खेती पर जोर देते हुये कहा कि जैविक खाद बनाकर कृषि को उपजाऊ बनाने का तरीका सीखें, कृषि में कीटनाशक दवाईयों व रसायनिक खाद का प्रयोग करने से दिन प्रतिदिन मिट्टी उत्पादन क्षमता कम होती जा रही है और भूमि, जल, रसायनिक पदार्थो से दूषित हो रहे जिससे अनेकों प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं, हमसब जैविक कृषि अपनाकर स्वस्थ अन्न का उत्पादन कर सकते हैं।

इस अवसर पर उप निदेशक कृषि द्वारा खेतो में पराई व खतपतवार को न जलाकर उसके उपयोग हेतु उपयुक्त यंत्र ट्रेक्टर, मल्चर, रोटावेटर आदि के माध्यम से जुताई कर जैविक खाद के रूप में प्रयोग करें। आयोजित में कृषक बन्धुओं को जल संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ चैनी धान की जगह दलहनी व अन्य फसलों को लगाने हेतु कहा गया। मेले में कृषि विभाग द्वारा उन्नतशील बीजों का स्टाल, गन्ना विकास विभाग, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, मत्स्य विभाग, रेशम विभाग, पशुपालन विभाग, लघु सिंचाई, प्रधानमंत्री सड़क/दुर्घटना बीमा योजना, राज्य पोषण मिशन आदि सहित अन्य विभागो के स्टाल लगाये गये थे।
आयोजित कृषि मेले में परियोजना निदेशक अनिल कुमार, उप निदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी सहित कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक व अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे


जवाब जरूर दे 

क्या भविष्य में ऑनलाइन वोटिंग बेहतर विकल्प हो?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Close
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000