नेपाल बार्डर के हजारा थाने में नहीं है महिलाओं की बैरक
हजारा (पीलीभीत): इंडो नेपाल बॉर्डर क्षेत्र के थाना हजारा में महिला आरक्षी बैरक नहीं होने से थाने में महिला सिपाही रह नहीं पाती हैं। थाने के स्टाफ को रहने के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो वहीं चौकी में भी आवास ना होने से परेशानियों से जूझ रही है हजारा पुलिस।
इंडो नेपाल बॉर्डर क्षेत्र के थाना हजारा में महिला आरक्षी बैरक ना होने से महिला सिपाही थाने में पोस्टिंग के दौरान रुकने से कतराती रहती हैं। यही कारण है कि बॉर्डर के इस थाना में महिला सिपाही अपनी पोस्टिंग कटवा कर अन्यत्र चली जाती हैं। इस थाने में महिला उपनिरीक्षक के अभाव में तमाम विवेचना लंबित पड़ी रहती हैं तो वहीं महिलाओं से संबंधित तमाम मामलों में पुलिस को अन्य थाने से महिला आरक्षियो को बुलाना पड़ता है। जिस कारण कार्य में विलंब होता है।कुछ माह पहले इंडो नेपाल बॉर्डर क्षेत्र के बैल्हा ग्राम सभा में पड़ोसी देश नेपाल की दो महिलाएं सब्जी बेचने आई थी अकस्मात आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला चपेट में आ गए थी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। तत्कालीन थाना प्रभारी नरेश कुमार कश्यप ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया था। महिला सिपाही ना होने के कारण गांव की महिलाओं की मदद से शव का पीएम करवाया था। थाने में प्रभारी निरीक्षक,सहायक निरीक्षक,उप निरीक्षक तथा सिपाहियों के लिए भी आवश्यकतानुसार आवास नहीं है
जिस कारण पूरे स्टाफ को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं हजारा थाने की कंबोज नगर पुलिस चौकी एवं चंदिया हजारा पुलिस चौकी में भी आवास की कमी है। जिस कारण तैनात चौकी प्रभारियों एवं सिपाहियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वर्ष 2018 बीत गया मगर समस्या जस की तस बनी हुई है। हजारा थाना प्रभारी निरीक्षक खीम सिंह जलाल ने बताया है कि थाने में महिला आरक्षी बैरक नहीं है। साथ ही आवासों की कमी है जिस संबंध में उच्चाधिकारियों को पत्र देकर अवगत कराया है।
रिपोर्ट- अजय शर्मा हजारा
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