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योगी का तानाशाह अफ़सर : बिना परमिट संचालित वाहनों की जानकारी जन सूचना में मांगने पर बिफरे पीलीभीत के एआरटीओ, आवेदक को फोन पर जमकर हड़काया, बोले मीडिया में वायरल कर दो आडियो, नहीं दूंगा सूचनाएं

पीलीभीत। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचारी अफसरों पर चाबुक चलाकर उन्हें बर्खास्त करने में लगे हुए हैं । इसके बावजूद अफसरों में उनका खौफ नहीं बैठ रहा है और वर्तमान समय में ही कई अधिकारी तानाशाही करने पर उतरे हुए हैं। पीलीभीत के एआरटीओ भी कुछ ऐसी ही हेकड़ी करते नजर आए जब पूरनपुर निवासी मोहम्मद रियाज खान ने जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 में उनसे बिना परमिट संचालित वाहनों के बारे में जानकारी मांग ली तो एआरटीओ साहब का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने आवेदक को फोन लगा कर जमकर हड़काया। साफ कहा कि ऑडियो चाहे जिसे वायरल कर देना लेकिन सूचना नहीं दूंगा। जन सूचना अधिकार को मानने से भी इंकार कर दिया। यानी भारत के कानून की जितनी अधिक ऐसी तैसी हो सकती थी उसमें एआरटीओ ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। इस मामले का ऑडियो आज सोशल मीडिया पर शाम से ही वायरल होता रहा। आरटीओ का अंदाज देखकर पत्रकार भी दंग रह गए। उनके द्वारा मीडिया को भी खुला चैलेंज किया गया कि चाहे जिस मीडिया को ऑडियो दे दो चैनलों पर चलाओ उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता। रियाज खान ने इस मामले की शिकायत अपने पत्रकार साथियों से भी की और अन्य ग्रुपों में भी यह मैसेज भेजा। इसके अलावा जिले के पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी को भी इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, राज्य सूचना आयोग में भी उन्होंने इस मामले की लिखित शिकायत दर्ज करते हुए एआरटीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

जानिए क्या है हकीकत, साहब की मेहरबानी से खूब चल रहे अनाधिकृत वाहन

दरअसल परिवहन विभाग की मिलीभगत से जिले में अनाधिकृत वाहनों का संचालन धड़ल्ले से किया जाता है ।मैजिक हो या ईको वाहन इनका संचालन आराधिका तरीके से करा कर मोटी कमाई विभाग के अफसर कर रहे हैं। बिना कर भरे दिल्ली, पंजाब तक बसें जाती हैं।  जन सूचना अधिकार में मांगी गई सूचना से साहब की पोल ना खुल जाए इसलिए ही उनका पारा आसमान पर चढ़ गया।

डीएम एसपी से नजदीकियां बढ़ीं तो खुद को समझने लगे बड़ा अफसर

दूसरा कारण यह माना जा रहा है कि हेलमेट पर प्रतिबंध लगाने में जब एआरटीओ और उनका महकमा पूरी तरह नाकाम हो गया तो उन्होंने अपनी बला पेट्रोल पंप स्वामियों  की और टालते हुए डीएम एसपी से नजदीकियां क्या बढ़ा ली की उनका दिमाग सातवें आसमान पर पहुच गया और वे खुद को जिले का सबसे बड़ा अफसर समझने लगे। शायद फोन पर उनकी टोन तो कुछ ऐसा ही बता रही थी। रियाज खान ने कहा कि वे इस मामले में प्रधानमंत्री को भी शिकायत भेजेंगे। इस तरह के तानाशाह अफसर किसी के साथ इंसाफ नहीं कर सकते। यह मसला चर्चा का विषय बना हुआ है और एआरटीओ के चक्कर मे प्रशासन पर तमाम सवाल उठ रहे हैं। 

डीएम को रियाज खान द्वारा भेजा गया मेसेज

:Resp DM Sir
I filed an RTI. ARTO Sahab phoned me and tried to threaten me. Please do needful.
M. Riaz Ahmad Khan
Raza ganj, Puranpur

सूचनाएं जो आरटीओ से मांगी गई थी

1. कुछ चार पहिया वाहन जैसे कि ईको पूरनपुर और बरेली के बीच सवारियों से मोटा किराया लेकर संचालित होती हैं। क्या ये आप के संज्ञान में है?

2. क्या मालिकों के पास वैध परमिट है? व रोड टैक्स वगैरह देते हैं?

3. क्या उपरोक्त अवैध संचालित वाहनों के खिलाफ कभी संबंधित अधिकारियों ने कोई कार्रवाई की?

4. क्या आप ने इनके लिए परमिट जारी किया है? अगर शिकायत हो तो क्या विधिक कार्रवाई की जाएगी?

बातचीत में कमजोर दिखी एआरटीओ की अंग्रेजी

ऑडियो की बातचीत सुनने पर पता लगा कि जहाँ आपा खोने पर एआरटीओ मन से कमजोर दिखे वहीं उनकी अंग्रेजी भाषा पर पकड़ भी सही नजर नहीं आई। पेशे से शिक्षक रियाज खान ने जब अंग्रेजी में उन्हें जवाब देना शुरू किया तो उनकी जुबान लड़खड़ाने लगी और ऐसा लगा कि उन्हें अंग्रेजी में जवाब भी नहीं सूझ रहा है। इस पर वे कई बार हिंदी की तरफ लौटे। इससे साफ नजर आ रहा है की उनकी अंग्रेजी भाषा पर भी अच्छी पकड़ नहीं है। 

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