♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

“जलते हो ज्यूँ जलते रहना, तुम अखंड के दीप। आप निरोगी, दीर्घायु बन जियो मित्र संदीप”

प्रिय संदीप खंडेलवाल को 43वें जन्मदिन की काव्यमयी शुभकामनाएं

पराश्रित से लेकिन तुम, जन जन का बने सहारा।
जनसेवा में आज कोई भी, सानी नहीं तुम्हारा।।

कभी कराते हो शादी, तो कभी करो भंडारा।
जन जन चेते, बचे जान, यह मिशन बहुत ही प्यारा।।

पल्स पोलियो में पिलवाते, लाइफ के 2 बूंद।
उन्हें जगा मतदान कराते, जो बैठे आंखें मूद।।

सर्दी-गर्मी जब आती है अपना वेग दिखाने।
प्याऊ सदा लगाते, आते आप अलाव जलाने।।

सुख दुख हो जनता का, बनते सबसे बड़े हितैषी।
इसी बात से जलने लगते, नेता, खास पड़ोंसी।।

मायासुत होकर माया का कभी न करते मोह।
नारायण-जगदीश कृपा से सबको लेते मोह।।

कृष्ण-कन्हैया की महिमा से करते अच्छे काम।
सीमाएं सब तोड़ चुके हो काफी ऊंचा नाम।।

जलते हो ज्यूँ जलते रहना, तुम अखंड के दीप।

सदा निरोगी, दीर्घायु बन जियो मित्र संदीप।।

है “सतीश” की यही कामना, करिए काम महान।
ज्ञान, बुद्धि, बल, धन मिले, बढ़े सर्वदा शान।

सतीश मिश्र

सतीश मिश्र “अचूक”
कवि/पत्रकार मो.9411978000

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे


जवाब जरूर दे 

क्या भविष्य में ऑनलाइन वोटिंग बेहतर विकल्प हो?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Close
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000