
दिनदहाड़े लुटेंगे, इसलिए चकबंदी नहीं चाहते हरीपुर किशनपुर के ग्रामीण, डीएम को सौपा ज्ञापन
पीलीभीत। हरिपुर किशनपुर के वाशिंदे गांव में चकबंदी नहीं चाहते। इसको लेकर उन्होंने आज जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट रितु पुनिया को सौंपा और प्रार्थना की कि उनके गांव में चकबंदी ना कराई जाए। इस मौके पर गांव के काफी लोग मौजूद रहे।
दरअसल गांवों में पुरानी कहावत प्रचलित है कि जहां चकबंदी होती है वहां 10 वर्ष तक डकैत भी डकैती डालने नहीं जाते थे । कारण साफ है कि चकबंदी विभाग के अधिकारी कर्मचारी दिनदहाड़े लूट मचाते हैं । डकैत तो खत्म हो गए पर यह विभाग जिंदा है और जमाने के लिहाज से कतई नही बदल पाया है। हरीपुर के ग्रामीणों को भी आशंका है कि चकबंदी के चक्कर में फंसकर वे भी लुटेंगे और उनका धन व समय बर्बाद होगा। कहीं खेत हटाने, बचाने, उड़ाने, एकत्र करने के नाम पर चकबंदी विभाग वाले जमकर उगाही करते हैं। इसको लेकर गांव के प्रधान रामआसरे दो बार गांव में चकबंदी ना कराने का भूमि प्रबंधन समिति द्वारा प्रस्ताव लिखकर प्रशासन को दे चुके हैं। अभी कुछ दिन पूर्व तहसीलदार पूरनपुर दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में भी गांव के लोगों ने चकबंदी ना कराने का प्रस्ताव
दिया था। इसके बावजूद भी गांव के कुछ दो चार लोग सिर्फ इसलिए चकबंदी कराना चाहते हैं कि कहीं ग्राम समाज की जमीन निकलने पर उन्हें मिल सकती है । गांव के लोगों को चकबंदी में नफा कम नुकसान अधिक नजर आ रहा है। इसको लेकर आज सैकड़ों लोग पीलीभीत पहुंचे। जिलाधिकारी के ना मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर प्रधान रामासरेलाल वर्मा, पूर्व प्रधान रामनाथ मिश्रा, देवनारायण वर्मा, प्रधान गुरजीत सिंह, भूपेंद्र सिंह गोल्डी, वीरेंद्र सिंह, छोटेलाल सहित काफी लोग मौजूद रहे। देखें मौजूद लोगों की सूची-
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