यूरिया के लिए मारामारी, कीटनाशक के असली होने की दुश्वारी

पीलीभीत में यूरिया खाद की भारी दिक्कत है। एक बोरी के लिए किसान सारा सारा दिन लाइन में बैठते हैं। निजी 
दुकानदार मौके का फायदा उठाकर यूरिया के साथ जिंक ब अन्य चीजें देते हैं। किसान गुरमंगद सिंह ने बताया कि पूरनपुर में  भी खाद की दिक्कत आ रही है। किसानों को पूरे पूरे दिन बैठने के बाद भी खास नहीं मिलती। निजी दुकानदार ओवर रेटिंग करते हैं और जिंक  जबरन देते हैं। उन्होंने कार्रवाई की मांग की है।

तनाछेदक बीमारी ने किसानों को किया परेशान

धान में तनाछेदक बीमारी ने किसानों को किया परेशान।
इस समय सूखे और सूंडी ने किसानों की नींद हराम कर दी।
कई बार सूंडी की दवाई स्प्रे करने पर धान की फसल पर कीटों का हमला जारी है। जिले के कृषि अधिकारीयो व वैज्ञानिकों द्वारा कोई जानकारी नहीं मिल रही है। केवल प्राइवेंट कम्पनीयो के एजेंट व कीटनाशक विक्रेता किसानों को गुमराह कर माला-माल हो रहें हैं। क्यो कि उन्हे एक बड़ा टारगेट पूरा करना है।
क्या किया जाये इस वयवस्था का अपने भाग्य को कोस रहे हैं किसान।

:जिले के कृषि अधिकारियों व वैज्ञानिको की उदासीनता के कारण किसानों को सही जानकारी व फसल के सही उपचार की दवाई न मिलने के कारण प्राईवेट दुकानदारों से नकली व महंगी दवाई खरीद ने को मजबूर होना पड़ता है।


मंजीत सिंह भाकियू नेता

जिले में सरकारी दुकानों का अता-पता तक नहीं है। कमीशन खोरी व मिली भगत के कारण घटिया क्वालटी का सामान मिलता है इन पर जो खेतों में डालने पर रिजल्ट नहीं मिलता।
जिले में किसान व जमीन के अनुपात में कृषि विज्ञानिको की संख्या कम है। ऐसे में किसानों का भला नहीं हो सकता।

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