
“छातियों पे गोली खाई पीठ ना दिखाई उन्हीं रणवांकुरों ने हिंदुस्तान ज़िन्दा रक्खा है”
देश के जवान जिन्होंने प्राण देकर के
मेरे इस भारत का मान ज़िन्दा रक्खा है।
जिन्होंने हमारी अस्मिता को ज़िंदा रक्खा और
जिन्होंने हमारा अभिमान ज़िन्दा रक्खा है।
दुश्मनों के सामनें जो सीना तान के खड़े हैं
उन्हीं ने हमारा स्वाभिमान ज़िन्दा रक्खा है।
छातियों पे गोली खाई पीठ ना दिखाई
उन्हीं रणवांकुरों ने हिंदुस्तान ज़िन्दा रक्खा है।
——-सिद्धार्थ मिश्रा, पीलीभीत
आप सभी प्रबुद्ध लोगों को स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंधन की असंख्य मंगलकामनाएं
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