अफसर सीमा पर, शव नेपाल और घायल पहुंचा लखनऊ, लाइव सुनिये क्या बोले अफसर
हजारा । थाना क्षेत्र के इंडो नेपाल सीमावर्ती गांव भूमिदान के रहने वाले गोविन्दा सिंह 25 वर्ष की नेपाली पुलिस ने गोली मारकर हत्या कर दी । शव को नेपाल ले जाकर पोस्टमार्टम कराया है । घटना के बाद प्रशासनिक अफसर दिन भर डटे रहे ।
थाना हजारा क्षेत्र में घटना के बाद
पीलीभीत के डीएम पुलकित खरे, एसपी जयप्रकाश यादव, एसडीएम राजेन्द्र प्रसाद, एएसपी, सीओ एव एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट अमनदीप सिंह समेत पांच थानों की पुलिस के इस्पेक्टर टीम के संग पहुंच कर जांच पडताल में जुटे हैं ।
मृतक के साथी गुरमेज को गोली लगी है जो लखनऊ में भर्ती है । इसके अतिरिक्त पप्पू और रेशम सिंह ने भाग कर जान बचायी। घटना के चश्मदीद साथी पप्पू व रेशम सिंह ने डीएम व एसपी को ब्यान दिए हैं । पप्पू ने बताया की अंतरराष्ट्रीय पिलर संख्या 38 व 39 के मध्य खेत में गन्ने की बुबाई कर पड़ोस के नाले में नहा रहे थे। नेपाली पुलिस पहुंच गई दोनो तरफ से वाद विवाद होने लगा । तभी नेपाली पुलिस ने गोविंदा सिंह को गोली मार दी। पप्पू, रेशम सिंह व गुरमेज ने खेतों की तरफ भाग कर जान बचाई। गुरमेज को सीने में गोली लगी है। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
शाम को बरेली एडीजी जोन अविनाश चंद्र ने पहुंचकर नेपाली अधिकारियों से वार्ता की। उन्होंने बताया-
एडीजी जोन बरेली अविनाश चंद्र, जिलाधिकारी पुलकित खरे ,जय प्रकाश यादव,49 वीं वाहिनी डिप्टी कमांडेन्ट अमनदीप सिंह,उप जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद, पूरनपुर क्षेत्राधिकारी लल्लन सिंह व नेपाली एपीएफ एसपी वीरेंद्र कुमार ,कंचनपूर पुलिस अधीक्षक उमा प्रसाद चतुर्वेदी,
डी एम/सीडीओ राम प्रकाश मेहता के बीच घंटो वार्ता हुई।
घटना के स्थल की साफ नहीं हुई स्थिति
हजारा । भारत नेपाल के बीच हुई हत्या की घटना ने शर्मशार कर दिया है । मंडल से लेकर जिले के अधिकारियों ने दौरा किया है । नेपाली अफसरों से एडीजी की बात भी हुई है । बार्डर पर घटना का मौका मुआयना करने नहीं गए । एसएसबी को बचाने के लिए घटना नेपाल का बताकर पल्ला झाड लिया है । जबकि चश्मदीद समेत ग्रामीणों द्वारा भारतीय सीमा का मामला बता रहे हैं ।


